अरमान।
अरमान।


भला हूँ बुरा हूँ, सदा रहूँगा बन के तुम्हारा।
तुम ही हो मेरी मंजिल, तुम ही हो किनारा।।
जीए जा रहा हूँ लेकर नाम तुम्हारा,
कभी न कभी तो होगा दीदार तुम्हारा,
लगा लो गले से होगा एहसान तुम्हारा।।
तुम्हारा बुलाना और तुम्हारा निहारना,
समझना पाता तुमसे दिल का लगाना,
तड़पाओ ना मुझको दिलबर हूँ तुम्हारा।।
बचा न अब कुछ भी मेरी जिंदगी में,
बह रहा लहू बन के तुम्हारा, मेरी धड़कनों में,
बना लो "नीरज" को अपना, यही है अरमान हमारा।।