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Neeraj pal

Romance

5.0  

Neeraj pal

Romance

अरमान।

अरमान।

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भला हूँ बुरा हूँ, सदा रहूँगा बन के तुम्हारा।

तुम ही हो मेरी मंजिल, तुम ही हो किनारा।।


जीए जा रहा हूँ लेकर नाम तुम्हारा,

कभी न कभी तो होगा दीदार तुम्हारा,

लगा लो गले से होगा एहसान तुम्हारा।।


तुम्हारा बुलाना और तुम्हारा निहारना,

समझना पाता तुमसे दिल का लगाना,

तड़पाओ ना मुझको दिलबर हूँ तुम्हारा।।


बचा न अब कुछ भी मेरी जिंदगी में,

बह रहा लहू बन के तुम्हारा, मेरी धड़कनों में,

बना लो "नीरज" को अपना, यही है अरमान हमारा।।


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