अनुशासनहीनता:असफलता का पड़ोसी
अनुशासनहीनता:असफलता का पड़ोसी
न समय पर उठना, न समय पर सोना
यही होता रहे हमेशा तो एक दिन सबकुछ होगा खोना।
न समय पर नाश्ता, न समय पर खाना
बनाते रहो सदा तुम असफलता का बहाना।
न समय पल पढ़ना, न समय पर गृहकार्य
हो जाएगा सब किया धरा भी बेकार।
किसी भी कार्य का जब है कोई निश्चित नहीं समय।
तो कैसे सफलता मिलेगी भईया ?
जरा मुझे भी दिजीए बताय !

