अंगूठी
अंगूठी
सभी हैरान थे,
परेशान थे!
सवाल एक ही था मन में,
करोड़ों की अंगूठी
किसने लूटी?
जेबें थी खाली....
या थी फटी,
हर कोई पूछता
अंगूठी किधर छूटी?
गुम हुई थी अंगूठी!
होना क्या था....
शादी फिर टूटी,
दुल्हन की किस्मत....
एक बार फिर फूटी ।
