Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

neha chaudhary

Tragedy

4  

neha chaudhary

Tragedy

अजीब दास्तां है जिंदगी की

अजीब दास्तां है जिंदगी की

1 min
323


अजीब दास्तां है जिंदगी की

रोने को मन करे फिर भी मुस्कराते हैँ

हम ख़ुश हैँ ये सबको बताते हैं

 अंदर ही अंदर टूट से गए हैं

फिर भी महफिलों में थट्टे लगाते हैं


है मंजर कुछ ऐसा जिंदगी का

हजारों की भीड़ में, खुद को अकेला पाते हैं

ये जिंदगी के फंडे कुछ समझ नहीं आते हैं......

ये जिंदगी के फंडे कुछ समझ नहीं आते हैं........


 हैं लाख बुराइयाँ मुझमें शायद

क्या बो लोग अच्छे हैं जो हमको बुरा बताते हैं

हर जगह ताने मिले हमें 

और गलतियों को हमारी सरहाते हैं

कभी झांको अपनें जीवन में भी

बुराईयां हर जगह नजर आती हैं


अच्छा तो सबको अच्छा लगता हैं

अपनें तो बो होते हैं

जो बुराइयाँ भी अपनाते हैं

ये जिंदगी के फंडे कुछ समझ नहीं आते हैं.......

ये जिंदगी के फंडे कुछ समझ नहीं आते हैं........


की लाख कोशिसे हमने भी

कर सके ख़ुश सबको यहाँ

अगर गला घोंट भी दे अपनी खुशियों का

फिर भी आशाएं पूरी नहीं कर पाते हैं

ये जिंदगी के फंडे कुछ समझ नहीं पाते हैं.....

ये जिंदगी के फंडे कुछ समझ नहीं पाते हैं.....


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy