ऐ ज़िन्दगी एक मौका तो दे......
ऐ ज़िन्दगी एक मौका तो दे......
ऐ ज़िन्दगी एक मौका तो दे, मुस्कुराने का,
एक लम्हा तो दे हँस कर, गुनगुनाने का,
बहुत थक गया हूँ मैं, तू भी आराम कर ले,
एक हौसला तो दे, तुझसे कदम मिलाने का।
ऐ ज़िन्दगी एक मौका तो दे, मुस्कुराने का…..
बहुत हो चुकी है मुझसे अब तेरी बेरुखी,
अब तो मेरे मन का हो रहा रोम-रोम दुखी,
अब तो बदल अपना तरीका, सिखाने का,
एक बार तो बदल नज़रिया, देखने दिखाने का।
ऐ ज़िन्दगी एक मौका तो दे, मुस्कुराने का…..
तेरी कड़वी हक़ीक़तों से तो परे नहीं हूँ मैं,
तेरे हिसाब-किताब में क्या, कहीं नहीं हूँ मैं,
कभी चाहा नहीं तुझसे, नाहक कुछ पाने का,
एक बार तो पलट पन्ना, मेरे भी फसाने का
ऐ ज़िन्दगी एक मौका तो दे, मुस्कुराने का…
