अधरों पे प्रिय नाम( गीत)
अधरों पे प्रिय नाम( गीत)
अधरों पे प्रिय नाम तुम्हारा हर पल रहता है
नैनों से हैं अश्क बहें दिल आहें भरता है।।
अंग-संग मेरे रहते हो तुम ही मुझको भाये,
सांसों में तुम बसे हुए जैसे बादल नभ छाये,
वापिस साजन आ जाओ दिल आंगन कहता है। अधरों पे प्रिय....................।।
आस मिलन में देखो अब ये चंदा भी मुस्काये,
ओट बादलों की लेकर वो मन्द-मन्द शर्माये,
दूर करो ये अँधियारा हृदय विरह सहता है।।
अधरों पे प्रिय.......................।।

