Dr.Purnima Rai

Abstract Classics Inspirational

4  

Dr.Purnima Rai

Abstract Classics Inspirational

फूलों की प्यारी फुलवारी

फूलों की प्यारी फुलवारी

1 min
260


धुन:फूल तुम्हें भेजा है खत में 


फूलों की प्यारी फुलवारी, देखो मन को भाती है।

 काँटों को भी खुश्बू देती, हर पल ही मुस्काती है।।


प्रभु के चरणों में उजियारे ,फूल चढ़ाए जाते हैं; 

राहों से काँटें चुनने के,पाठ पढ़ाए जाते हैं;

 सबको एक नजर से देखें,सबको ही समझाती है।। 

फूलों की प्यारी फुलवारी...........


बालों में गजरा महके जब, रमणी सुंदर लगती है; 

देख सुहावन मनभावन लट,दिल की धड़कन बढ़ती है; 

चुभ जाता तब खंजर हृदय,प्रिय की याद सताती है।। 

फूलों की प्यारी फुलवारी..............


एक पिता के बच्चे सारे ,मिलकर हम सब संग रहें ;

हँसते मुख ही अच्छे लगते,अश्कों से हम दूर रहें 

कठिन डगर में सदा"पूर्णिमा"जग को राह दिखाती है।। 

फूलों की प्यारी फुलवारी..............


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract