इस जीवन के बाद सही
इस जीवन के बाद सही
सोचो ज़रा ... क्या इस जीवन के बाद
हम दोनो तब भी रहेंगे आबाद
या फिर हमारा प्रेम दफ़्न हो जायेगा यहीं
और उसे मिलेगी ना कोई भी जगह कहीं
नहीं - नहीं .... ऐसा हरगिज ना होगा,
हम मिले य़ा ना मिले पर ये प्रेम यहीं रहेगा,
और ये फिर तड़पेगा यूँ ही बार - बार,
बस इसका रुप अलग होगा तब मेरे यार।
ये ज़िस्म भले ही जल जाए ....
मगर ये रूहें हमेशा भटकती रहेंगीं,
और फिर किसी नए जन्म में,
तुमसे मिल तुम्हे अपना कहेंगीं।
मैने अक्सर सुना है लोगों से ....
कि सच्चा प्यार कभी नहीं मरता,
अगर तड़प दोनो की बराबर है,
तो उस तड़प के लिए वो हर बार आहें भरता।
हमारी तड़प नाजायज मानो ... इस जन्म में,
मगर होगी वो जायज .... अगले जन्म में,
इसलिये बेवजह ही हम दोनो घबराते हैं,
अगले जन्म में फिर मिलेंगे ... ये सोच शर्माते हैं।
तब तुम मुझे बेहिचक अपने आगोश में भर लेना,
वो सारी बातें जो अधूरी हैं बेशर्मी से कर लेना,
मैं तब ना कहूँगी तुमसे कभी कि तुम आते हो याद,
इस जीवन के बाद सही पर हम होंगे तब आबाद।

