प्यार के खेल में
प्यार के खेल में
प्यार के खेल ऐसे खेले जाते हैं
कि दिल हार कर दिल जीते जाते हैं।
वर्षों से प्यासा रहा जिसके लिए दिल
उसी के दिए गए ग़म के आँसू पीते जाते हैं।
वो कुरेदते रहते हैं जख्मों को उनके
जो आपके हर जख्मों को सीते जाते हैं।
सारा इल्जाम अपने सिर ले लिया जिसने
भरी महफील में वही घसीटे जाते हैं।
कोई बिछाए रहता है राहों में पलकें
कोई अपनी नज़र को समेटे जाते हैं।

