जिंदगी
जिंदगी
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बजाना जिंदगी का साज
चाहे खुश हो चाहे नाराज।
जिंदगी जीने का यही अंदाज
खुशी पंख तो गम परवाज।
जिंदगी उसको पहनाती ताज
तालमेल बिठाए जो दिल-दिमाग की आवाज।
गुजरे वक्त से सबक, जी लो आज
अंजाम से पहले कर लो आगाज।
तुमको जिंदगी से भले हो शिकायत
जिंदगी को तुम पर है नाज।
