बाढ़
बाढ़
हर नदी का मुहाना
बढ़ता जलस्तर
विघ्वंस की उग्रता
न समझे पलस्तर।
जब आता सैलाव
तबाह करता बहाव
जल से भरता लबालब
एक छोटा सा रिसाव।
बुनियाद-अस्तित्व
बाढ़ का होता स्वामित्व
जब भी आता बाढ़
टुटता हस्ती प्रगाढ़।
हर नदी का मुहाना
बढ़ता जलस्तर
विघ्वंस की उग्रता
न समझे पलस्तर।
जब आता सैलाव
तबाह करता बहाव
जल से भरता लबालब
एक छोटा सा रिसाव।
बुनियाद-अस्तित्व
बाढ़ का होता स्वामित्व
जब भी आता बाढ़
टुटता हस्ती प्रगाढ़।