आरोप
आरोप
पहेली नजर मिलाकर मुझको,
तेरे प्यार का प्यासा बना दिया,
तेरे प्यारमें तुने डूबाकर मूझको,
तेरे प्यार का दिवाना बना दिया।
चाहने लगा था बहोत में तुझको,
मेरे दिलमें तुझको बसा लिया,
प्यार की मूरत बनाकर तुझको,
तेरे प्यार का पूंजारी मै बन गया।
तेरी हर खुशीयोंके लिये मैने,
सितारों की महेफ़िल सजा दिया,
मेरे दिल के मैखानेमें तुझको,
ज़ाम से तरबतर कर दिया।
न जाने कैसा आरोप लगाकर,
तुने मुझे गुनहगार बना दिया,
मुझको बदनाम करके "मुरली*,
तुने अदालतमें खड़ा कर दिया।