आँखों का भ्रम था
आँखों का भ्रम था
मुझे देखकर तेरा मुस्कुराना
मेरी तारीफ़ें दिल से करना
मेरी हँसीं में खुश होना
जाते हुए मुझे रोक लेना
आँखों का भ्रम था
मेरी परवाह की बातें
वो साथ गुज़री रातें
गीत जो मिलके गाते
हर मंज़र ठहर जाते
सपना था सब टूट गया
वक्त वो पीछे छूट गया
तेरी आँखों में आज पानी कम था
सच में वो प्यार मेरी
आँखों का भ्रम था।
