Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

saru S

Romance Tragedy Inspirational

4.5  

saru S

Romance Tragedy Inspirational

आम कीजिए मुझे ख़ास कौन कर गया

आम कीजिए मुझे ख़ास कौन कर गया

1 min
377


आम कीजिए मुझे ख़ास कौन कर गया 

वो तो इक सराब था जाने अब किधर गया 

 

मैं कहाँ कहाँ गई इक तिरी तलाश में

तू मिरा नसीब है तू कहाँ ठहर गया

 

लाख कोशिशें हुई बाँध लें इसे यहीं

कौन रोकता उसे वक़्त था गुज़र गया

 

और क्या मैं माँगती शाम के चराग़ से

रौशनी तमाम वो नाम मेरे कर गया

 

इस क़दर हवा चली कुछ मुझे दिखा नहीं

प्यार का गुबार था सब ख़राब कर गया

 

ज़िंदगी फटी हुई इक किताब सी रही

रोज़ इस किताब का सफ़्हा इक उतर गया

 

शोर था मचा हुआ दूरियाँ थी दरमियाँ

मैं पुकारती रही कारवाँ गुज़र गया

 

पेट की पुकार थी छोड़ना पड़ा सदन

नौकरी तलाशने गाँव से नगर गया 

 

बार-बार तू नज़र यूँ न आज़मा 'सरु'

फिर उसे न देख जो आँख से उतर गया


Rate this content
Log in