आधी आबादी पे वार
आधी आबादी पे वार
करते रहे विरोध कुछ लोग होते रहे कई कैंडिल मार्च
रोक सका न अब तक कोई हैवानियत का नंगा नाच,
मासूम बच्चियों के जिस्म को नोचकर खाते रहे हैवान
थे कहानी में कई राक्षस पर हुए न कभी ऐसे शैतान,
इन्सानियत को अब तो इन्सान ने ही खत्म कर डाला
नारी से ही उत्पन्न होकर उसको कुचलता चला आया।