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Priya Kanaujia

Tragedy

4.9  

Priya Kanaujia

Tragedy

आधी आबादी पे वार

आधी आबादी पे वार

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करते रहे विरोध कुछ लोग होते रहे कई कैंडिल मार्च

रोक सका न अब तक कोई हैवानियत का नंगा नाच,

मासूम बच्चियों के जिस्म को नोचकर खाते रहे हैवान

थे कहानी में कई राक्षस पर हुए न कभी ऐसे शैतान,

इन्सानियत को अब तो इन्सान ने ही खत्म कर डाला

नारी से ही उत्पन्न होकर उसको कुचलता चला आया।



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