लिखें एक नई कहानी
लिखें एक नई कहानी


हम मिलकर लिखें एक नई कहानी
इस खारी-खारी जिंदगी में
मिलाएँ मीठा-मीठा पानी।
इन कड़वी-कड़वी बातों में
मिलाएँ मधुर-मधुर शहद-सी वाणी।
इन सहमी-सहमी गलियों में
मिलाएँ नई-नई चाहतों की रवानी।
इन मुरझाए-मुरझाए फूलों में
मिलाएँ महकती-महकती जिंदगानी।
इन टूटते-टूटते सपनों में
मिलाएँ श्रम की खुशबू सलोनी।
इन बिखरे-बिखरे रिश्ते में
मिलाएँ अपनेपन की चाशनी।
इन टूटे-टूटे दिलों में
बसाएँ प्रेम प्रसंगों की रोसनी।
इन गहरे खामोश नैनों में
बसाएँ प्यार की दीवानगी।
इन रिक्त-रिक्त एहसासों में
भरे ओस की बूंद की चमकनी।
इन बेईमानी ज़िन्दगी के अंधेरों में
रोशन करें अपनी दिल की सादगी।
इस मृत-सी मिट्टी में
बिखेरे अपने अरमानों की चाँदनी।
इन शुष्क हवाओं में
भरे आशा की आँखों की नमी।
इन जलहीन पोखरों में
भरे अपनी बरसातों का पानी।
इन सूखे-सूखी दरख्तों में
बसाएँ उन खगों की बिछौनी।
इन खाली-खाली जंगलों में
भरे हर जीव की मस्तानी।
इन सुनसान गाँवों में
बसाएँ फिर से नई उमंगों की कहानी।