मीरा की अधूरी कहानी
मीरा की अधूरी कहानी
एक समय की बात थी राकेश के दोस्त ने उसको एक किताब दी.वो किताब का नाम था अधूरी कहानी.
उसमे मीरा और कृष्णा का उल्लेख था वह किस तरह कृष्ण प्रेम में डूब चुकीं थी। एक दिन कृष्ण बाल रूप में खेल रहे थे मीरा की नजर कृष्णा पर पड़ी उनका वह रूप देख कर मीरा मनमोहित हो गई और कृष्णा को अपनी आँखो में यू ही बसा लिया.
मीरा बेचैन हो गई कृष्णा से बात करने के लिए ऐसा लग रहा था कि मीरा के दिल से आवाज़ आ रही थी.
कृष्ण जी तो अपनी मस्ती में खेल रहे थे.
मीरा कृष्ण को देख ही रही थी कि मीरा के पैर के नीचे एक सांप आ गया.
उसको ज़ोरदार तरीके से डस लिया कृष्ण जी की मीरा पर नज़र पड़ी और अपनी शक्ति से मीरा को ठीक कर दिया. आश्चर्य की बात यह थी कि मीरा स्वप्न देख रही थी. कृष्णा को देखने का ख़्वाब उसका अधूरा रह गया और सोचने लगी कि कृष्ण जी तो राधा के प्रिय है और मैं कहाँ बाल रूप में पहुंच गई. राकेश को ये कहानी इतनी अच्छी लगी कि वह कृष्ण जी को याद करने लगा।