मेरे दर्द कि हर शायरी
मेरे दर्द कि हर शायरी
मेरे दर्द कि
हर शायरी,
उनकी डायरी में
मिल जाएगी,
ज़ब ओ चोट खायेगी
उसे मेरी याद आएगी,
उनकी मासूमियत,
अश्कों कि माला मेरे
गले पहनायेगी,
मेरे दर्द कि
हर शायरी,
उनकी डायरी में
मिल जाएगी,
उनकी
गुलाबी आँखे
मुझे
मदहोश कर
जाएगी,
बलखाती कमर
दिल में आग
दहकायेगी,
मदमस्त जवानी
बदन को
जलायेगी,
होंठ रशीले सूखे होठों कि
तपन मिटायेगी,
मेरे दर्द कि
हर शायरी,
उनकी डायरी में
मिल जाएगी,
उनकी मुस्कान
मुझसे
टैक्स भरवायेगी,
उनकी हसीं
पागल कर
जाएगी,
उनका दांतो तले
अंगुली दबाना
गोली चलवायेगी,
मेरे दर्द कि
हर शायरी,
उनकी डायरी में
मिल जाएगी,
मेरी ख़ामोशी
उनकी ख़ामोशी
बयां कर जाएगी,
उनकी नाराजगी
मेरे दिल कि
धड़कन को
बढ़ाएगी,
मेरे दर्द कि
हर शायरी,
उनकी डायरी में
मिल जाएगी!