आत्महत्या क्यो
आत्महत्या क्यो
आत्महत्या क्यों
अक्सर करते हैं ?
जीवन को क्यों
ऐसे त्यागते हैं ?
कहते हैं मनुष्य
सर्वश्रेष्ठ होता है !
फिर क्यों इन्सान
आत्महत्या करता है ?
जीवन और मृत्यु
इन्सान के नहीं
ईश्वर के हाथ में होती है !
जो अपने समय
पर ही होती है।
हत्या - आत्महत्या
दुर्घटना में मृत्यु
यह सब ईश्वर द्वारा
निर्धारित समय पर
अपनी जगह होती है।
ईश्वर को मानता हूँ
यह सब जानता हूँ
तभी तो इसका
समर्थन कर रहा हूँ।
ये तेरा है, ये मेरा है
किसी का कुछ नहीं
बस ईश्वर की माया है।
महाभारत जब हुआ था
भगवान कृष्ण के
रहते हुये हुआ था।
फिर भी किसी मरने
वाले को नहीं बचा पाये।
अभिमन्यु की हत्या -
मौत को नहीं रोक पाये।
अर्जुन को समझाये
ये तो मोह माया का
रचा चक्रव्यूह था।
जो अभिमन्यु के
माँ के गर्भ में ही
निर्धारित हो गई थी।
जब माँ को सुनते
सुनते नींद आ गई थी।
जीवन और मृत्यु
अपने समय पर होते हैं।
हत्या - आत्महत्या क्यों न हो
ईश्वर द्वारा ही समय
पर निर्धारित होते हैं।