फूलो का
फूलो का
फूलो में कलियाँ होती है
कलियाँ बहुत नाजुक होती है ।
कलियो से ही फूलो की
सुन्दर बगिया खिलती है ।
फूलो का है यही ठिकाना
एक सुन्दर सा बगीचा है ।
घर आँगन फूलो का ही
पौधो के संग बगीचा है ।
पेड़ पौधे फूलो और बगीचे
का रखवाला माली होता है ।
खाद पानी और मिट्टी की
सिचाई माली ही करता है ।
पेड़ पौधो मे कलियाँ खिलती
सुन्दर प्यारी अच्छी लगती ।
कलियाँ फूल जब बन जाती है
वातावरण को महकाती है ।
फूलों की खुशबू से बगीचा
घर आँगन भी महकता है ।
वातावरण भी स्वच्छ रहता
कितना सुन्दर लगता है ।
फूलो का सम्मान देखिये
भगवान को रोज चढाते है ।
पूजा कथा जो भी होती है
बिना फलो के नही होती है ।
फूलो की माला पहनाकर
वर बधू की शादी होती है ।
कवि का सम्मान भी सबसे
पहले फूलो की माला को
पहनाकर ही होता है ।
हर खुशियो में फूलो का
अपना ही महत्व होता है ।
इन्सान की मृत्यु होने पर
अर्थी पर फूल चढाते है ।
ऐसे फूलो का हश्र देखिये
पैरो से भी मसले जाते है ।