Sudha Singh 'vyaghr'
Drama
अपने हृदय को आज,
हमने ताले जड़ दिए,
सच कहता हूँ लोग
घट के पट खोल
तमाशा बहुत करते थे।
समय की रेत फ़...
मेरा आधिकारिक...
स्याह परतों क...
जिजीविषा
हाइकू
आत्म क्षुधा य...
ग़ज़ल
मुझको भी आलोक...
ममता
माटी मेरे गाँ...
सिर्फ यादों को तराशने वाला यह दिल भी पानी की लहर की तरह है। सिर्फ यादों को तराशने वाला यह दिल भी पानी की लहर की तरह है।
तेरी औकात क्या है कहने वाले इतना मत इतरा तेरी औकात क्या है कहने वाले इतना मत इतरा
तुमको शायद याद नहीं, मेरे अंदर जज़्बातों की लड़ी तुमने जगाई थी तुमको शायद याद नहीं, मेरे अंदर जज़्बातों की लड़ी तुमने जगाई थी
अपनी सच्चाई के हज़ारों सबूत दिए, अपना हर ग़म छुपा दूसरों को खुशियाँ बांटी, अपनी सच्चाई के हज़ारों सबूत दिए, अपना हर ग़म छुपा दूसरों को खुशियाँ बांटी,
मिला हम को ऐसा उपहार शब्दों के रूप में हुआ सम्मान पर प्रहार मिला हम को ऐसा उपहार शब्दों के रूप में हुआ सम्मान पर प्रहार
तू तरुवर नीम के जैसा, तुझे कड़वे की आदत है।। तू तरुवर नीम के जैसा, तुझे कड़वे की आदत है।।
एक बार जो रास आ गया दिल को फिर और किसी से दिल कहाँ दोबारा लगता है एक बार जो रास आ गया दिल को फिर और किसी से दिल कहाँ दोबारा लगता है
तेरे साथ होती थी बात, पर लगता था जैसे अब नहीं रहे थे जज़्बात, तेरे साथ होती थी बात, पर लगता था जैसे अब नहीं रहे थे जज़्बात,
शब्दों के रूप में हुआ सम्मान पर प्रहार मिला हमको अपमानित होने का उपहार शब्दों के रूप में हुआ सम्मान पर प्रहार मिला हमको अपमानित होने का उपहार
हे सेवक तू प्रभु के मेरी भी सलामी ले ले अनंत अग्नि; हे इन वीरों की कुरबानी ले ले। हे सेवक तू प्रभु के मेरी भी सलामी ले ले अनंत अग्नि; हे इन वीरों की कुरबानी ...
कितना हसीन था मेरा बचपना। मुझे बुरा लगा तेरा बीत जाना। कितना हसीन था मेरा बचपना। मुझे बुरा लगा तेरा बीत जाना।
निकल आते हैं पर तो शजर को छोड़ देते हैं। निकल आते हैं पर तो शजर को छोड़ देते हैं।
खुल के आता नहीं जुबां पे कभी दिल के अंदर छुपा हुआ क्या है। खुल के आता नहीं जुबां पे कभी दिल के अंदर छुपा हुआ क्या है।
रूठना ना मुझसे कभी बिना आपके जिंदगी को नहीं जानती हूं। रूठना ना मुझसे कभी बिना आपके जिंदगी को नहीं जानती हूं।
धीरे धीरे सांझ की परछाई से बहते है, जो अँधेरों में छूटने होते है। धीरे धीरे सांझ की परछाई से बहते है, जो अँधेरों में छूटने होते है।
कुछ इस कदर खो गए जुड़ के तेरे नाम से कुछ इस कदर खो गए जुड़ के तेरे नाम से
રમતો હું એ મારુ આંગણું ખોવાયુંં ... રમતો હું એ મારુ આંગણું ખોવાયુંં ...
तेरे प्यार की लहरो में गुम हो गई अपने आपको मैं खो आई तेरे प्यार की लहरो में गुम हो गई अपने आपको मैं खो आई
आपकी बेटी सदा आपका ख्याल रखने के लिये, आपके पास नहीं रहेगी। आपकी बेटी सदा आपका ख्याल रखने के लिये, आपके पास नहीं रहेगी।
तो कभी उन्हीं रास्तों में कांटे लगाकर , क्यों खुद से ही भटकाती है.. तो कभी उन्हीं रास्तों में कांटे लगाकर , क्यों खुद से ही भटकाती है..