Sudha Singh 'vyaghr'
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आत्म क्षुधा या उदर क्षुधा,
संग कैसे द्वय को तुष्ट करें।
निर्वहन करें आदर्शों का ,
या अपनों को ही रुष्ट करें।।
समय की रेत फ़...
मेरा आधिकारिक...
स्याह परतों क...
जिजीविषा
हाइकू
आत्म क्षुधा य...
ग़ज़ल
मुझको भी आलोक...
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