ममता
ममता
ममता माया में मढ़ी, मानो माँ का मोल
महिधर महिमा में झुके, महतारी अनमोल।
महतारी अनमोल, न माँ की करो अवज्ञा
रख लो माँ का मान, चला लो अपनी प्रज्ञा।
सुनु सुधा समझावति, मात की समझो महता
माँ सम महा न कोय, नहीं माता सी ममता।
ममता माया में मढ़ी, मानो माँ का मोल
महिधर महिमा में झुके, महतारी अनमोल।
महतारी अनमोल, न माँ की करो अवज्ञा
रख लो माँ का मान, चला लो अपनी प्रज्ञा।
सुनु सुधा समझावति, मात की समझो महता
माँ सम महा न कोय, नहीं माता सी ममता।