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somadatta kulkarni

Inspirational

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somadatta kulkarni

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दुर्गा माता

दुर्गा माता

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तूच दुर्गा तू भवानी

नवरात्री आद्य मान

शैलपुत्री माता आली

गिरी कन्या शोभे छान  १


हिमालय कन्या शोभे

झाली प्रकट प्रभाती

वर्ण नारंगी तिचा शोभे

शोभतसे दिव्य कांती   १


पुजन द्वितीय दिनी

नाव ते ब्रम्हचारिणी

कमंडलू शोभे हाती

शुभ्र वसण धारिणी   २


पुजन तृतीय दिनी

करु ते चंद्र घंटेचे

स्वर्ण कांती शोभतसे

धरु चरण मातेचे     ३


पुजन चतुर्थ दिनी

करु कूष्माण्डा मातेचे

अष्टभुजा देवी शोभे

करु पूजन मातेचे     ४


पुजन पंचम दिनी

करु या स्कंद मातेचे

स्वार झाली सिंहावर

करितो पुजन तिचे     ५


पुजन सहावे दिनी  

कात्यायनी स्मरु नित्य

चतुर्भुज मुर्ती शोभे

मातेस स्मरु हे सत्य     ६


कृष्ण वर्ण कालरात्री

पुजन सातवे दिनी

अज्ञान दूर करिते

मुर्ती साठवावी मनी   ७


गौर वर्ण महागौरी

पुजा आठवे दिनी

महादेवा संगे शोभे

आहे सर्वांची जननी   ९


पुजा नवम दिनी

स्मरु माता सिद्धिदात्री

यश, बल, किर्ती, धन

देई माता ठेव खात्री    १०


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