सावित्रीबाई फुले
सावित्रीबाई फुले
सावित्रीबाई फुले
फुलेंची तू सून | पत्नी ज्योतिबाची |
आई या जगाची | तू सावित्री ||..... (1)
सोसल्यास सदा | अंधारल्या राती |
नशिबात माती | सदैवच ||..... (2)
फेकले लोकांनी | तुझ्यावर शेण |
घेतलीस घाण | अंगावर ||..... (3)
सुरू केली तूच | शाळा मुलींसाठी |
ही शिकण्यासाठी | पहिल्यांदा ||..... (4)
सावित्री तू सोसे | दगड नि धोंडे |
रोवलेस झेंडे | शिक्षणाचे ||..... (5)
घेऊया शिक्षण | होऊया साक्षर |
लिहूया अक्षर | अ आ इ ई ||..... (6)
गिरवू आम्ही गं | शिक्षणाचे धडे |
कलंक हा झडे | दुर्बुद्धीचा ||..... (7)
दिलेस तू आम्हां | हे विद्येचे ज्ञान |
झाल्यात सज्ञान | लेकी तुझ्या ||..... (8)
सावित्रीच्या लेकी | घेऊया भरारी |
बाणा हा करारी | ध्येयासाठी ||..... (9)
जयजयकार | सावित्रीचा करू |
नेहमीच स्मरू | शिकवण ||..... (10)