Akshat Garhwal

Action Thriller

4  

Akshat Garhwal

Action Thriller

The 13th अध्याय 11

The 13th अध्याय 11

17 mins
419


रूम नं.500, व्हाइट पैराडाइस मोटेल.... ब्रूल्किन हाइट्स

NY.

ये वहीं कमरा था जहां पर पिछली बार मिस्टर जोस के साथ CIA के मेंबर्स की मीटिंग हुई थी,उस सीक्रेट मिशन को लेकर जिस पर एलेनोरा और उसकी टीम काम कर रही है। आज इस कमरे में सिर्फ मिस्टर जोस,इथन, जुलिया और जैक खड़े हुए थे। सभी के चेहरे कुछ परेशान से थे और साथ ही कुछ उत्सुक भी पर सबसे ज्यादा जो भाव था वो पेचीदा से था जिसका वर्णन करना काफी कठिन था। उस कमरे में एक और आदमी था जो कि सामने कुर्सी पर बिठाया गया था........वो शाइन ट्रस्ट से था.......और.....इस समय उस से पूछताछ चल रही थी

“देखो, तुमने जो कुछ भी देखा...वो हमें बता दो। हम वादा करते है कि तुम्हे सही सलामत छोड़ देंगे...किसी भी तरह की कोई भी परेशानी तुम्हें नहीं होगी” मिस्टर जोस ने उस 30-32 साल के युवक से पूछा

वो इस वक्त काफी हड़बड़ाया हुआ सा लग रहा था, जैसे अगर उसने कुछ भी बोल तो अभी एक गोली उसका भेज फाड़ कर निकाल जाएगी। वो रेड टी-शर्ट और एक ब्लैक पेंट पहना हुआ था,उसकी कुर्सी के पीछे एक काला कोट टंगा हुआ था जिस पर उसके नाम की नाम प्लेट लगी हुई थी जिस पर साफ दिख रहा था ‘अहमद खान, सर्विलेंस सिक्योरिटी मेंबर’!

“एक बार तुम कोशिश करो इथन” मिस्टर जोस की बात सुनते ही उसने हां में सर हिलाया और अहमद के सामने खड़ा हो गया।

“मिस्टर.......(उसके कोट पर लगा टेम्पलेट देखते हुए) अहमद। हम जानते है कि तुमने ‘वहां पर क्या हुआ’ यह देखा और अब हमें तुम्हारी मदद चाहिए उन के बारे में पता करने के लिए जिन्होंने ये काम किया है.....प्लीज! हमे बताओ कि वहां पर क्या हुआ?...............” इथन ने बहुत ही आराम से उससे पूछा, जिस इथन की आवाज पहले से ही भारी थी उस ने अपनी आवाज को शांत रखते हुए बात की जबकि उसे कितना गुस्सा आ रहा था..यह बात तो उसके फड़कते हुए गाल से ही पता चल रहा था। पर अभी भी उसने कोई जवाब नहीं दिया, इस लग रहा था कि वो किसी सोच में डूबा हुआ है। कुछ पल के लिए कमरे में घड़ी की टिक-टिक भी सुनाई दी.....इथन उससे दूर होकर सभी के साथ खड़ा हो गया। अचानक से मिस्टर जोस पालते और अहमद की कुर्सी को जोर से पकड़ कर खंगाला, वो अपनी सोच से टूट कर मिस्टर जोस को देखने लगा। मिस्टर जोस ने उसकी आँखों में आंखे डालकर कहा

“मेरे 2 ऑफिसर्स उन लोगों की वजह से अभी बेहोश मेडिकल वार्ड में पड़े हुए है, तुम्हारे शाइन ट्रस्ट के लोग बुरी तरह सदमे में है और तुम हो कि कुछ भी कहने से कतरा रहे हो! आआख़िर तुम्हारी प्रॉब्लम क्या है? बताते क्यों नहीं कि हुआ क्या वहां पर...बताओ!”

“क्या आप लोग मेरी बात पर यकीन करेंगे?...........अगर आप को मेरी बातों पर यकीन नहीं हुआ तो आप तो मुझे ही इस सब में फंसा कर बदनाम कर देंगे..और फिर मैं कहीं का नहीं रहूँगा” जब मिस्टर जोस ने गुस्से में चीखते हुए उस से कहा तब जाकर उसके अंदर से शब्द निकले

“देखों प्लीज हमें बताओ की आखिर वहां हुआ क्या? मैं तुम्हे कुछ नहीं होने दूंगा....... मेरे ऑफिसर्स की मेहनत जाया नहीं जाना चाहिए!” मिस्टर जोस ने उसे आश्वासन देते हुए कहा तब कहीं जाकर उसमे कुछ बुद्धि आयी और अब वो सब कुछ बताने के लिए तैयार हुआ। मिस्टर जोस और बाकी सभी ने भी उस लंबी टेबल के पास से वो कुर्सियां उठा लीं और उसका बयान सुनने के लिए बैठ गए। सिर्फ जैक ही था जो कि उस टेबल पर ही पैर लटका कर बैठा

“आज सुबह तक सब कुछ ठीक था, मैं बढ़िया आराम से अपनी कॉफी पिता हुआ एक हाथ में अपना कोट लटकाए हुए जाकर सर्विलेंस रूम में बैठ गया। सभी की तैयारियां चल रहेगीं थी कि सिक्योरिटी को ठीक रखना है ताकि कोई भी यहाँ पर घुस कर चोरी करने की कोशिश न करे। हमें मिस्टर एडम ने बताया था कि ‘इस’ के पीछे काफी सारे लोग पड़े हुए है तो में अपनी कॉफी पी...!”

“ये अपनी दिनचर्या बताना बंद कर और सीधे मुद्दे पर आ!” इथन ने गुर्राते हुए कहा जिससे थोड़ा सहम कर वो अपनी दिनचर्या से हट गया

“हाँ, व..आ..वहीं तो मैं.... बता रहा था” अहमद हिचकिचाते हुए बोला “दोपहर का 1 बज चुके था और अगले आधे घंटे बाद मेरी ड्यूटी खत्म होने वाली थी। मैं अपनी कुर्सी से उठने ही वाला था कि तभी बाहर के गेट वाले कैमरे में दिखा की कोई कार अंदर आ रही है तो मुझे कुछ गड़बड़ लगी..”

“एक मिनिट! कोई कार अंदर आ रही थी तो तुम्हें गड़बड़ क्यों लगी?” जुलिया ने तपाक से पूछा, यही बात इथन भी पूछने वाला था जो कि उसके होंठों तक ही आते-आते रह गयी।..वैसे सवाल सही था, किसी कार का अंदर आना गड़बड़ कैसे लग सकता है?

“वो...वो इसलिये कि जब भी गेट से कोई भी अंदर आता था तो बाहर के गार्ड उनका पूरा इतिहास हमें सुना देते थे पर आज इस कुछ नहीं हुआ! उन्होंने कार को अंदर आने दिया पर हमें कोई सूचना नहीं दी”

अहमद का तर्क सुनकर सभी ने उस पर भरोसा कर लिया और सर हिलाकर यह दिखाया कि उन्हें उसकी बात सही लग रही है

“अब क्योंकि उस समय मेरे अलावा रूम में कोई भी नहीं था तो मैंने जल्दी से नीचे गार्ड्स को रेडियो के द्वारा संदेश देना चाहा पर किसी ने भी जवाब नहीं दिया। कुछ ही देर बाद मैंने देखा कि उस कार में से कुछ 4 लोग उतरे, अभी के चेहरे पर चांदी सा मुखोटा था, काली जैकेट-काले कपड़े पहने हुए वे सभी बड़ी ही आसानी से अंदर आ गए! न किसी गार्ड ने रोका ना ही कोई और न ही किसी ने एक भी आवाज की। वो लोग कुछ ज्यादा जल्दी में नहीं थे..आराम से ऊपर जा रहे थे तिजोरी की तरफ!

उधर बाहर के हेड गार्ड ने बाहर से चालू होने वाले सारे सिक्योरिटी सिस्टम बंद कर दिए,फिर बेहोशी के डॉट वाली एक गन लेकर सभी पर चला दी और तब भी किसी ने कुछ भी नहीं किया, बाहर सभी को बेहोश करके वो अंदर की तरफ आने लगा और गार्ड्स को बेहोश करने लगा। अंदर भी पुलिस के कुछ लोग थे, जो अभी भी अपनी जगह पर थे, कुछ खड़े तो कुछ बैठे हुए थे, तब मैं यह नहीं जानता था कि ये सब आपके साथ है। वो 4रों तिजोरी के पास पहुँचने ही वाले थे कि मैंने देखा एक खराब सी दिखने वाली गाड़ी बहुत ही फुर्ती से अंदर आ गयी औऱ आकर सीधे अंदर मुख्य इमारत के सामने रुकी उसमे से मिस एलेनोरा निकली और अंदर की तरफ दौड़ गयी पर सामने से वहीं गार्ड आ राह था जिसके हाथ में बेहोश करने वाली गन थी...पर मिस एलेनोरा नहीं रुकी और जमकर उसके घुटने में लत मारी जिससे वो नीचे हो गया और फिर उसके हाथ में से गन छुड़ा कर गन का पिछला सिरा खींच के दे मारा, वो गार्ड होश खो बैठा। वो भागते हुए अंदर आईं, जहां पर उनके साथी भी सिर्फ बैठे हुए थे। फिर उनकी नजर जैसे ही उपर गयी ‘ढिचक्यू!’” अहमद के गोली की आवाज की इस नकल पर सभी अचानक से चौक पड़े क्यों की सभी बहुत ध्यान से उसकी बातों को सुन रहे थे। इथन तो चिढ़ भी गया पर मिस्टर जोस ने उसे आँखों से इशारा कर शांत रहने के लिए कहा

“फिर क्या हुआ?” मिस्टर जोस ने उसे उत्सुकता दिखाते हुए पूछा जिससे वो मंद-मंद मुस्कुराया

“मिस एलेनोरा ने उनकी तरफ गोली चलाई पर सीढ़ियों की रेलिंग के कारण वो बच गए पर इससे पहले की मैडम गोली चलाती ये वाले सर ने उन पर हमला कर दिया, उन्हें धक्का देकर गिरा दिया!” अहमद का इशारा इथन की तरफ था जिसे देख कर इथन थोड़ा परेशान हो गया। वो अब भी अपने सर के पीछे सहला रहा था

“आगे बताओ, फिर क्या हुआ?” मिस्टर जोस ने इस बार थोड़ा सा जोर देकर पूछा, अब सभी का पूरा ध्यान अहमद की अगली बातों पर था

“ उसके बाद मैडम जल्दी से उठी और तब तक उस जगह का हर गार्ड, पुलिस अफसर, सभी उठ कर खड़े हो गए और अब उनके निशाने पर मैडम थी। वो सब लगभग 50 के करीब थे और मेडम अकेली पर मैडम बिना डरे उन सब पर टूट पड़ी, पहले उन ने ये सर को बेहोश किया अपने हाथ में पकड़े चाकू के बूते से फिर एक एक करके सभी का वार बचाते हुए वे किसिस को उठा कर फेंकती तो किसी के खुपण्डे में जड़ देती पर वो जगह छोटी थी और वो लोग बहुत सारे, जिनका मुकाबला अब थोड़ा सा मुश्किल हो गया था क्योंकि शायद मैडम पहले से ही कुछ चोटिल थी। पर या अल्लाह! शुक्र हो वो भाई जान(मतलब रोबर्ट) का जो वो बाहर से अचानक आये, उनके हाथ में बेहोश करने वाली डॉट गन थी जिससे उन्होंने सभी को बेहोश करना शुरू कर दिया और अब मैडम जल्दी से सीढ़ियों से चढ़ती हुई ऊपर जाने लगी”

अहमद बोलते हुए रुका और टेबल पर रख हुआ पानी गटकने लगा। शायद वो भी इस कहानी को सुनाने में काफी दिलचस्पी रखता था

“क्या मैं कुछ देर सांस ले लूं....हफ्....हफ्....... थोड़ा आराम मिल जाएगा” अहमद ने कुछ हफ्ते के कहा जिस पर मिस्टर जोस ने सहमति जता दी। बाकी सभी ने भी कुछ पल चैन की सांस ली और अपने आप को कुछ पल का सुकून दिया।

“अहमद की बातों से इस लगता है कि हमारा एक शक तो सही निकला, वो चोर पक्के में दूसरों को को नियंत्रण में लेने की शक्ति रखता है। अब देखना यही है कि आगे क्या हुआ?.......क्या तुम दोनों को कुछ याद आया?” जैक की बातों में न सिर्फ अहमद की बातों से साबित हुआ तर्क था बल्कि उसने जुलिया और इथन से सवाल भी कर लिया। जिस पर दोनों का साफ जवाब मिला

“पता नहीं क्यों पर वहां पहुंचने के बाद का ये घटना क्रम बिल्कुल भी याद नहीं है....थोड़ा सा भी नहीं” जुलिया ने जवाब दिया

“मुझे भी” इथन ने जवाब तो दे दिया पर उसके चेहरे पर जो कुछ भी हुआ उससे काफी परेशानी दिख रही थी

“चलो अब आगे बताना शुरू करो, समय कम है” मिस्टर जोस ने अब ठीक से सांस ले रहे अहमद से कहा और इतना सुनते ही सभी का ध्यान वापस अहमद की ओर आ गया। एक बार फिर ये अनसुनी सी कहानी फिर से चलने वाली थी

“वो भाई जान के आते ही मैडम ऊपर की ओर जाने लगी जहां पर वो चारों तिजोरी के सामने खड़े हुए थे और वे आपस में कुछ बात कर रहे थे पर cctv में उनकी आवाज नहीं थी इसलिए मैंने कुछ नहीं सुना....... फिर मैडम को आता है देख उनमे कुछ खुसर-फुसर हुई जिस पर उनमें से एक थोड़ा सा भड़का हुआ था वो अचानक से मैडम के सामने खड़ा हुआ और.....और.....अऊ....और आप यकीन नहीं करोगे उसने अपने हाथ से आग का एक गोला मैडम की ओर फेंक दिया, टेनिस गेंद के आकार का! पर मैडम जल्दी से नीचे झुकी और अपने दोनों हाथों के बल पर उस आग वाले के पेट में एक लात दे मारी जिससे वो पीछे हो गया पर गिरा नहीं”

अहमद के मुँह से आग फेंकने वाले आदमी के बारे में सुनकर सभी के मन में कुछ सवाल जाग गए और जिज्ञासा के साथ ही थोड़ी सी घबराहट भी जो कि उनके चेहरे के हावभाव और फटी सी आंखों से साफ झलक रहा था पर किसी ने अहमद को बीच में टोंक नही लगाई

“वो आदमी अब थोड़ा ज्यादा गुस्से में लग रहा था उसने पहले से बड़ा आग का गोला मैडम की तरफ फेंका पर इस बार उसी के एक साथी ने अपना हाथ बीच में अड़ा कर आग को रोक दिया...उसका हाथ किसी ढाल की तरह खुल गया था..जिसमें से उसका मास और हड्डियों की बनावट अजीब सी लग रही थी..जैसे...जैसे इंसानी न हो। जिसने आग रोकी थी उसने अपने एक औऱ साथी से कुछ कहा पर इतने में मैडम ने गोलियां चला दीं पर उसने वापस से अपना हाथ दूसरा हाथ आगे करके एक और ढाल बना कर गोलियां रोक दी फिर अचानक से उसने अपने हाथ से एक बड़ी सी तलवार बनाई और तिजोरी से बाहर के हिस्से के 2 टुकड़े कर दिए। मैडम एलेनोरा उसे देखती ही रह गयी इतने में उनमें से आखिरी वाला व्यक्ति भी जैसे अपने काम पर लग गया। वो तीनों तो अंदर चले गए पर आखिरी वाल;आ सामने ही खड़ा था, मैडम की गन की सारी गोलियां खत्म हो गई थी इसलिए वे गन को फेंक कर आगे बढ़ी पर वो जो सामने खड़ा था अचानक से एक बाघ में बदल गया जो ब्लैक एंड व्हाइट कलर का था। मैडम थोड़ा हड़बड़ा गयी पर हीर भी उन्होंने अपनी जेब से चाक़ू निकल कर लड़ने का फैसला लिया पर वो बाघ कोई साधारण जानवर नहीं था उसने बड़ी ही तेज़ी से मैडम को उछल कर दीवार पर के मारा और वापस इंसानी रूप में आ गया। इतनी ही देर में वो तीनो भी तिजोरी से बाहर आगए, उनके हाथ में वो ही काला बॉक्स था जिसमें एमेराल्ड को सुरक्षित रख गया था। जिसके हाथ में वो बॉक्स था वो काफी खुश लग रहा था, बार-बार उस बॉक्स को चूमने की कोशिश करता और उसे थोड़ा उछाल कर खेल रहा था। मैडम अभी भी देवर से जमीन पर नीचे टिकी हुई थी, उनके मुंह से टपकता हुआ खून अब सूखने लगा था। वो जिसका हाथ तलवार सा बना हुआ था उसने सभी से कुछ बात की पर इतने में मैडम उठ गई उन्होंनेअपना चाकू उठा कर उनकी ओर फेंका पर उस तलवार वाले ने तुरंत ही अपने हाथ की तलवार बदल कर उसे ढाल बना लिया और चाकू रुक गया.........पर इतनी ही देर में मैडम उठ कर खड़ी हो गयी और भागते हुए उनकी ओर आयी, जैसे ही ढाल हटी उनकी तड़फड़ाती लात सीधे उसे ढाल वाले के सीने में पड़ी जिससे वो और जिसके हाथ में बॉक्स था वो दोनों कुछ दूरी तक घिसट गए। पर इससे पहले की मैडम कोई और हमला करती उस आग वाले ने अपने गर्म जलते हाथ से मैडम का कंधा पकड़ लिया, जिसके साथ वो दूसरा आदमी गोरिल्ला जैसा हाथ बना कर मैडम को इतनी तेज मारा की मैडम फ्लोर पर टप्पा खा कर घिसटते हुए देवर से जा टिकी और फिर वो भाई जान भी दौड़ते हुए ऊपर आये और मैडम के पास आकर उन चारों पर गोली चलाने ही वाले थे कि उस आग वाले ने एक छोटा सा आग का गोला फेंका........ जो बीच में ही फट गया और मैडम और भाई जाएं दोनों ही सीढ़ियों से नीचे गिर गए.........वो चारों फिर बिल्डिंग के कांच तोड़ कर दूसरी तरफ भाग गए........बस सर इतना ही देखा था”

अहमद ने अपनी बात खत्म की पर इतना सब सुनने के बाद CIA के पूरे ग्रुप के पास बहुत सारे सवाल थे जिनकी झड़ी लगा गयी

“हमने तो वहां के कैमरे चेक किये थे, पूरा डेटा तो खाली था। तो फिर तूने ये सब कहाँ देखा?” पहला सवाल ही इथन ने पूछा

“उनमें से एक लोगों को कंट्रोल  कर सकता है,पर तुम पर उसका असर नहीं हुआ कैसे?” जैक ने अभी भी टेबल पर बैठे हुए कुछ सोचते हुए सवाल किया

“क्या तुम अब भी उसके कंट्रोल में हो और हमें गलत जानकारी दे रहे हो......कहीं तुम ही तो वो नहीं जिसने ये सब करवाया हो और यहां पर सब नाटक कर रहे हो!” मिस्टर जोस की बात सुनकर सभी तुरंत ही सतर्क हो गए, इथन ने तो अपनी गन भी निकाल ली। अहमद ये सब देख कर बहुत घबरा गया, उसके पसीने छूट गए......उसकी ऐसी सी हालात हो गयी जैसे शेरों के बीच में मेमना।

“अरे...अरे..अरे..अरे सर्! ये आप क्या कह रहे है, मैंने इस कुछ किया होता तो में पागल थोड़े ही हूँ जो यहाँ आ जाता।दे..दे..देखिए सर में आपको पूरी बात बताता हूँ पर आप ऐसे शक न करे” अहमद किसी तरह खुद को थोड़ा संभालते हुए बोला “दरअसल जब ये सब हो रहा था तब मैं सर्विलेंस रूम में ही था और सारे कैमरे चालू थे। जब ये सब शुरू हुआ तब ही मैं बाहर निकलना चाहता था पर मेरे सीनियर की आदत थी कि वो जब भी बाहर जाते थे दरवाजा लॉक कर देते थे इसीलिए मैं वहां फंस गया था।..और रही बात डेटा गायब होने की तो उन चारों के जाने के बाद मेरे सीनियर रूम में आये तो में चुप गया...किसी भूत की तरह सारा चेहरा सफेद से था और उन्होंने सारे कैमरों को रिसेट कर दिया जिससे पूरा डेटा उड़ गया...पर में तभी बाहर निकल जब सभी अपने होश में आ गए थे” अहमद ने एक ही सांस में अपनी बात कह डाली थी जिससे उसकी सांस फूल गयी थी, वो तेज सांसे ले रहा था पर..............अब भी सभी उसे ऐंसे देख रहे थे जैसे उन्हें उस पर भरोसा नहीं हो!

“सर! मैं... मैं सच कह रहा हूँ मेरा यकीन कीजिये, यहीं सब हुआ था ना माने तो आप मैडम और भाई जान से पूछ लीजिएगा, वो आपको सब बता देंगे” अहमद ने उन्हें भरोसा दिलाने की कोशिश की

“चिंता मत करो, हमे तुम पर भरोसा है” मिस्टर जोस ने उसके पास जाकर पीछे खड़े होते हुए कहा

“क्या..क्या अब में अपने घर जा सकता हूँ? मेरी बीबी मेरा इन्तेजार कर रही होगी”

“हाँ जरूर चले जाना पर पहले हम जरा तुम्हारी ये याद तो मिटा दें!” मिस्टर जोस ने अपनी जेब में हाथ डालते हुए कहा

“ये..ये आsssss प..क्या कह र...!” अहमद अपनी बात पूरी ही नहीं कर पाया और मिस्टर जोस ने अपने जेब में से चश्मे के बॉक्स जैसा बॉक्स खोल कर उसमें से एक इनजेक्शन निकाल कर अहमद की गर्दन में लगा दिया, जिससे उसके ऊपर बेहोशी सी छाने लगी,सब कुछ धुंधला से हो गया। बाकी किसी ने कोई भी प्रतिक्रिया नहींदी जैसे ये CIA की कोई परंपरा रही हो

“मेरी तरफ देखो अहमद! चिंता मत करो तुम्हे कुछ नहीं होगा” मिस्टर जोस ने उसके सामने आकर कहा “तुम आज भी रोज की तरह अपने काम पर गए थे जहां एक शार्ट सर्किट के कारण धमाका हो गया था जिसके बाद सभी को वहां से छुट्टी दे दी गयी थी.....जब तुम सो कर उठोगे तो यहीं सब याद रहेगा... ओके! गुड नाईट ” 

मिस्टर जोस के लगाए हुए इंजेक्शन से वो कुछ ही पलों में बेहोश हो गया,उन्होंने किसी को कॉल किया और इतने में ही बाहर से 2 बॉडीगार्ड जैसे ऑफिसर्स आये जिनसे मिस्टर जोस ने अहमद को घर छोड़ने के लिए कहा। अब यह अहमद तो चल गया पर अभी भी सभी लोग काफी परेशानी में लग रहे थे। अगर अहमद ने जो कुछ भी कहा वो एक दम सही है तो ......ये केस अब और भी ज्यादा खतरनाक होता जा रहा है।

“क्या वो इंजेक्शन......!” जैक ने यूं ही पूछने की कोशिश की

“ ANTI-IGF,(original-IGF 2) काफी समय लगा था वैज्ञानिकों को इसे बनाने में...पर आज ये हमारे बहुत काम आ रहा है” मिस्टर जोस ने अपनी कुर्सी का मुँह सभी की तरफ किया और उस पर अपनी तशरीफ़ रखी। बाकी सभी भी उनके ही इशारे से अपनी अपनी कुर्सियों पर बैठ गए पर जैक अब भी टेबल पर ही बैठा हुआ था। उसने अपने जीन्स के पीछे से अपना टेबलेट निकाला जो उसकी कमर में पीछे दबा हुआ थ

“इस केस में जोखिम और भी बढ़ता जा रहा है, अब किसी भी तरह का लापरवाह कदम उठाना हमें भारी पड़ सकता है...हमारे 2 काबिल ऑफिसर्स अब भी बिस्तर पर पड़े हुए है” मसीतेर जोस ने अफसोस के साथ अपने दोनों हाथों को अपने घुटनों पर रख सर झुका कर कहा

“हमारे पास कोई चारा नहीं है सर! हमे जल्द से जल्द ये पता लगाना होगा कि इन शक्तियों वाले चोरों को पकड़ना कैसे है? पर कैसे.........?” जुलिया ने कुछ जल्दबाजी में यह कहा

“जुलिया का कहना सही है सर, अगर वो लोग चोरी कर सकते है तो उससे भी कुछ बड़ा कर सकते है। और उनकी अजीबोग़रीब ताकत का अंदाजा हमें अहमद की बातों से मिल ही चुका है”

मिस्टर जोस के दोनों की बात सुनी उसके बाद अपना सर उठा कर वे वापस ठीक से कुर्सी पर बैठ गए

“मैं....जनता हूँ...की आज जो कुछ भी हुआ है......उससे हम सब कुछ हिल से गए है, हम ये बात न नकारें तो ही बेहतर होगा” मिस्टर जोस ने एक बार सभी को देखते हुए कहा, इथन और जुलिया तो नजरें मिलाने से बच रहे थे और जैक भी बिना किसी लीड के बैठा हुआ था “अब जो कुछ भी हुआ उस पर अफसोस करने से कोई फायदा नहीं है, अब यह सोचना है कि इस केस की गहराई तक कैसे पहुंचा

जाए..........कम’ऑन ssssssss अपने लटके हुए चेहरे उठाओ उर काम पर लग जाओ....... वरना अगली बार भी पिट के आ जाओगे” मिस्टर जोस ने सभी को उत्साहित करने की कोशिश की और हँसने की भी

“मेरे मन में एक सवाल है सर!” मिस्टर जोस उठ कर जाने ही वाले थे कि जैक ने अपना सवाल छोड़ दिया

“रोबर्ट तो इथन और जुलिया के साथ था तो फिर वो बाहर से कहाँ से आया? अहमद ने कहा था कि वो बाहर से डॉट गन उठा कर आया था..वो बाहर क्यों था?” जैक की बात सुनते ही सब शांत हो गए...वैसे तो पहले से शांत थे पर अब और भी ज्यादा हो गए थे। सभी कुछ सोच में डुबे हुए थे, ऐसे में कई गलत ख़यालात मन में न चाहते हुए भी आ रहे थे जिसके लिए कोई भी कसूरवार नहीं था। हालात ही कुछ ऐंसे थे कि चाह कर भी बिना किसी सबूत के कई सारी आशंकायें सही साबित होने की गलती कर सकती थी।

“क्यों न हम दिमाग पर ज्यादा जोर ना डालें और बस......रोबर्ट और एलेनोरा के होश में आने का इंतज़ार कर लेते है!” इथन ने अपने हाथ से अपनी आँखों को मलते हुए कहा “वैसे भी उनके अलावा हमारे पास कोई सबूत नहीं है। और किसी पर भी शक करना हमारी टीम की बेज्जती करना ही होगा.... तो थोड़ा रुक कर सांस ले लेते है” सामान्य हालातों में एथन ही वो पहले शख्स होता जो किसी पर शक करता पर अभी के घटनाक्रमों ने उसे हिला कर रख दिया था।सभी अपनी जगह पर ही थोड़ा रिलैक्स होकर बैठ गए, जैसे कोई बहुत बड़ी यात्रा के बीच में लिया गया विश्राम हो।

तभी मोटेल का डॉक्टर बहुत ही तेजी से दरवाजा पटकते हुए अंदर आया, उसके हाव भाव बहुत ही परेशान से थे और उन्हें देख कर सभी जल्दी से उठ गए। उनका सवाल इतना तेज नहीं था जितनी तेज डॉक्टर की बात निकली

“रोबर्ट को होश आया गया है! उसने उठते से ही आ सभी को याद किया...कुछ कहना चाहता है!” डॉक्टर हांफ रहा था पर अपनी बातों में उसने उन तेज सांसो को नहीं आने दिया......ताकि सूचना सुनने वालों तक पहुंच जाए।



Rate this content
Log in

Similar hindi story from Action