स्वाद
स्वाद
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प्राची ने अपने पांच साल के बेटे को जूस दिया उसके बाद सैंडविच देते हुये बोली प्रखर तुम्हारा मनपसंद चीज़ -वेजीटेबल सैंडविच बनायी हूँ जल्दी से खा लो बेटा फिर होमवर्क करना।प्रखर ने कहा मम्मी मुझे भूख नही है मैं सैंडविच नही खाऊंगा अभी तो जूस पिया हूँ।
प्राची ने उसे लाड़ करते हुए कहा एक सैंडविच खा लो बेटा तुम्हे हीमैन की तरह शक्तिशाली बनना है ना!प्रखर ने बेमन से सैंडविच का टुकड़ा मुँह में डालते ही कहा -मम्मा कितना नमक है इसे मैं नही खाऊंगा और टीवी में कार्टून शो देखने लगा।
प्राची बड़बड़ा रही थी आजकल के बच्चें इन्हें कुछ अच्छा ही नहीं लगता इतने मन से उसकी पसंद का सैंडविच बनायी और उसने खाया भी नही।प्राची को याद आया आज महरी अपने बेटी को साथ लेकर आई है उसने उसे सैंडविच देते हुये कहा छोटी ये खा लो तुम, छोटी इतने देर से दरवाजे के पीछे से सब देख रही थी उसे सैंडविच नाम पता नही था सोच रही थी ब्रेड में मसाला है इसे देखकर उसके मुंह मे पानी आ रहा था, वह जल्दी से नाश्ते का प्लेट लेकर माँ के पास गई और जल्दी-जल्दी खाते हुये बोली माँ ये ब्रेड तो बहुत स्वादिष्ट है भईया इसमे नमक ज्यादा है कहकर नहीं खाये।
माँ ने उसके होंठ के किनारे लगे टुकड़े को हटाते हुये कहा बेटी स्वाद तो भूख में होता है खाने में नही। माँ की बात छोटी की समझ से परे था वह स्वाद लेकर मसाला ब्रेड खाने लगी।