कुछ मन कही, कुछ जग सुनी, कुछ कल्पना की उड़ान, बुन लिए शब्द और बन गई कहानी।
अमित के बचपन का दोस्त था विवेक, दोनों एक ही कक्षा में पढ़ते थे और साथ साथ ही। ... अमित के बचपन का दोस्त था विवेक, दोनों एक ही कक्षा में पढ़ते थे और साथ साथ ही। ...
आज उसे वह अपने से दूर करने जा रही थी। थोड़ी ही देर में उसके हाथो में उसकी कराहती आत्मा थी ,चिंदी-चिं... आज उसे वह अपने से दूर करने जा रही थी। थोड़ी ही देर में उसके हाथो में उसकी कराहती...
बच्चों को सज़ा न देने के पक्ष में भी नहीं है, क्योंकि थोड़ा तो डर होना ही चाहिए बच्चे को। बच्चों को सज़ा न देने के पक्ष में भी नहीं है, क्योंकि थोड़ा तो डर होना ही चाहिए ब...
कहते हैं की जिसकी जन्म होते ही माँ मर जाती है वह आधा भाग्य तो गवाँ ही देता है। माँ के बिन कौन मन की ... कहते हैं की जिसकी जन्म होते ही माँ मर जाती है वह आधा भाग्य तो गवाँ ही देता है। म...
"जिन्दा रहना है! हैं चाची! क्या हुआ? "जिन्दा रहना है! हैं चाची! क्या हुआ?
"तुम खुद क्यों नहीं चली जाती..." "तुम खुद क्यों नहीं चली जाती..."
आज वही गुड्डा हाथ में लिए सोच रहा था रणबीर , कि बेटी के इस बेजान गुड्डे लेने की जिद तो पूरी की लेकिन... आज वही गुड्डा हाथ में लिए सोच रहा था रणबीर , कि बेटी के इस बेजान गुड्डे लेने की ...