मैं मवाना, मेरठ, उत्तर प्रदेश का निवासी हूँ। मेरा जन्म मवाना के ही निकट ग्राम जंधेड़ी में हुआ है| जहाँ मेरे परदादा श्रीमान स्वर्गीय रामप्रसाद जी ग्राम सकौती से आकर बसे थे| आजीविका हेतु छोटा सा व्यवसाय है। मन की शांति हेतु लेखन करता हूँ। मवाना जो हस्तिनापुर साम्राज्य का प्रवेश द्वार था। मवाना से... Read more
मैं मवाना, मेरठ, उत्तर प्रदेश का निवासी हूँ। मेरा जन्म मवाना के ही निकट ग्राम जंधेड़ी में हुआ है| जहाँ मेरे परदादा श्रीमान स्वर्गीय रामप्रसाद जी ग्राम सकौती से आकर बसे थे| आजीविका हेतु छोटा सा व्यवसाय है। मन की शांति हेतु लेखन करता हूँ। मवाना जो हस्तिनापुर साम्राज्य का प्रवेश द्वार था। मवाना से 14 किलोमीटर दूर ही है हस्तिनापुर। मेरठ का प्राचीन नाम मयराष्ट्र नगर था। रावण के श्वसुर मंदोदरी के पिता मयदानव की नगरी था मेरठ। स्वतंत्रता संग्राम में क्रांति का बिगुल बजाने वाली क्रांति धरा है मेरठ।
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