savitri garg

Abstract

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रविवार

रविवार

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रविवार का दिन सुनते ही मन में एक मौज सी आ जाती है। एक नयापन और मन में ताजगी आ जाती है। पता ही नहीं चलता कि खुशी कहां से दिमाग में आ जाती है। रविवार यानी छुट्टी का दिन मौज मस्ती आराम दिमाग में तैयारी शुरू हो जाती है ।रविवार का नाम सुनते ही दिमाग में सारे काम रविवार के दिन करने की तैयारी शुरू हो जाती है ।लगता है मानो रविवार ना हो कोई अलग से नया दिन बनाया गया है। हर काम को लगता है कि रविवार को कर लेंगे, कहीं जाना हो, कुछ काम करना हो, घर परिवार देवालय, ऑफिस का कार्य भी लगता है कि रविवार को कर लेंगे। रविवार मतलब जीवन का एक नया अलग से दिन है। साप्ताहिक आराम देगा और जादू भरा दिन होगा। सारे काम चुटकी में हो जाएंगे ऐसा मन में बैठ जाता है और सप्ताह के सातों दिनों में सबसे अलग उत्साह भरा और दिमाग और शरीर को स्वस्थ करने वाला मानो एक जादू भरा दिन रविवार होता है। जब रविवार का दिन आता है, तो सारी दिनचर्या बदल जाती है। और सारे काम धरे के धरे रह जाते है। सुबह देर से जगना मन में रहता है। आज रविवार है थोड़ा आराम करते हैं। अच्छा खाया जाए, थोड़ा आराम किया जाए, सब कार्यों को करते -करते देर हो जाती है। फिर भी दिमाग में चलता है कि आज रविवार है। मानो रविवार ना हो कोई अलग से शांति और आराम देने वाला दिन है। और जो रविवार को काम करने होते हैं। जिन कामों को निपटाने की तैयारी मन में होती है। वह सारे काम धरे के धरे रह जाते हैं। और उस दिन कोई भी काम नहीं हो पाता और इस तरह सारा दिन कैसे बीत जाता है। पता ही नहीं चलता की समय कैसे बीत गया फिर भी सारी उमंगें खुशी रविवार के लिए ही होती है। रविवार की छुट्टी खत्म होने के बाद सोमवार को लगता है कि फिर नए दिन की शुरुआत हो गई, और फिर रविवार का इंतजार होने लगता है। और दिमाग में बैठ जाता है कि फिर रविवार आने वाला है। सोमवार फिर आज मंगलवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार को फिर से दिमाग तैयार हो जाता है कि कल रविवार हैं। कल फिर आनंद लेंगे , घूमेंगे, फिरेंगे फिर से दिमाग में दुनिया भर की तैयारी शुरू हो जाती है। सोमवार से लेकर शनिवार तक सारा कार्य करते- करते फिर से रविवार की तैयारी शुरू हो जाती है। रविवार का इंतजार तो चाहे बच्चे, बूढ़े ,जवान , घर में कार्य करने वाले लोग या बाहर कार्य करने वाले लोग हो सबको इस दिन का इंतजार रहता है सारी थकान मिटाने और मनोरंजन का दिन होता है।रविवार एक अद्भुत दिन होता है इसका अलग ही महत्व है।। रविवार मतलब रविवार। साल भर के कैलेंडर की सारी छुट्टियां एक तरफ और रविवार की छुट्टी एक तरफ रविवार की छुट्टी का एक अलग ही आनंद होता है। 

 कहते हैं कि “संडे मतलब फन डे”



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