निरूत्तर
निरूत्तर
छ: साल की सौम्या ने पापा से प्रश्न किया, पापा छोटी जब तीन चार महीने की होगी तो आप उसे कटवा देंगे क्या? इस अटपटे प्रश्न से पापा के आँख में आँसू आ गए, वह सौम्या को गोद में लेकर बोले नहीं बेटा वह तुम्हारी छोटी बहन है और मेरी छोटी बिटिया रानी लेकिन तुम बताओ तुम यह प्रश्न क्यों पूछी।
सौम्या की आँख में आँसू थे वह अटक अटक के बोली, आप हमारे बकरी के बच्चे को भी तो कुछ महीनों बाद कटवा दिए थे पापा। मैं मेमना के साथ कितना खेलती थी वह मेरी आवाज़ से मेरे पास आ जाया करता था, मैं कितना रोई जब आप उसे बांधकर बाथरूम के पीछे ले जा रहे थे। पापा आप मेमने के साथ ऐसा क्यों किये? पापा स्तब्ध थे कि उनके लिए जो छोटी बात थी उसने सौम्या को कितना विचलित कर दिया। पापा ने सौम्या के सर पर प्यार से हाथ फेरते हुए कहा बेटा अब पापा कभी किसी को नहीं मारेंगे।
नन्ही सौम्या पापा के गोद से उतरकर छोटी से चिपक गई जैसे वह छोटी को बचा रही हो। सौम्या की इस हरकत से पापा आज निरूत्तर थे उन्हें लग रहा था कि बेजुबान मेमने को मैंने स्वार्थ के लिए मार दिया उस घटना से आज मेरी बच्ची के मन में असुरक्षा का भाव घर कर गया हैं।