मुख्य द्वार बंद करके उसके आगे बैनर लगा निकाले कर्मचारी अपना रोष प्रकट कर रहे थे। मुख्य द्वार बंद करके उसके आगे बैनर लगा निकाले कर्मचारी अपना रोष प्रकट कर रहे थे।
कभी कभी किताबें बेच दी जाती है कुछ और बनने के लिए...! कभी कभी किताबें बेच दी जाती है कुछ और बनने के लिए...!
अमीर हों या गरीब ईश्वर ने त्यौहार पर्व सभी के लिए बनाया है। अमीर हों या गरीब ईश्वर ने त्यौहार पर्व सभी के लिए बनाया है।
*लाज*भाग 1 *लाज*भाग 1
यह कोई कहानी नहीं बल्कि फैमिली कोर्ट के हर एक केस का मजमून है। यह कोई कहानी नहीं बल्कि फैमिली कोर्ट के हर एक केस का मजमून है।
सत्ताधारी पार्टी के सीटिंग एम एल ए का टिकिट काट दिया। सत्ताधारी पार्टी के सीटिंग एम एल ए का टिकिट काट दिया।
कुछ देने के लिए हैसियत नहीं, दिल बड़ा होना चाहिए....!! कुछ देने के लिए हैसियत नहीं, दिल बड़ा होना चाहिए....!!
हंसना भी अच्छा होता है पर दूसरे के साथ खुद को भी खुशी एहसास हो। हंसना भी अच्छा होता है पर दूसरे के साथ खुद को भी खुशी एहसास हो।
उसकी बदहवासी की हालत को देख लोग उसे पागल समझकर झिड़कते हुए भगा देते हैं। उसकी बदहवासी की हालत को देख लोग उसे पागल समझकर झिड़कते हुए भगा देते हैं।
छोड़ जाएंगी एक घना कोहरा जो कि एक अधूरा लेकिन शायद अपने आप में एक पूर्ण अंत है और वही अत् छोड़ जाएंगी एक घना कोहरा जो कि एक अधूरा लेकिन शायद अपने आप में एक पूर्ण अंत है और...
उसके पिता भारतीय सेना में रहकर राष्ट्र सेवा कर रहे थे। उसके पिता भारतीय सेना में रहकर राष्ट्र सेवा कर रहे थे।
अगर तुमसे प्रेम करने की शर्त तुम्हारी गुलामी है, तो सुन लो ..मुझे तुमसे कोई प्रेम नहीं। अगर तुमसे प्रेम करने की शर्त तुम्हारी गुलामी है, तो सुन लो ..मुझे तुमसे कोई प्रे...
शाम होते- होते उनकी बेटी सोनिया को भी बाउजी के बगल वाले रूम में शिफ्ट कर दिया । शाम होते- होते उनकी बेटी सोनिया को भी बाउजी के बगल वाले रूम में शिफ्ट कर दिया ।
एक इंस्टिट्यूट के तौर पर मुझे वहाँ जॉइन करना अपने आप मे ही प्राउड फील हो रहा था। एक इंस्टिट्यूट के तौर पर मुझे वहाँ जॉइन करना अपने आप मे ही प्राउड फील हो रहा था।
बेहोशी की हालत में उसे सड़क के किनारे फेंक कर वे लोग चले गए। बेहोशी की हालत में उसे सड़क के किनारे फेंक कर वे लोग चले गए।
पति के आंसू देखकर मैंने उन्हें गले से लगा लिया और मैं कोर्ट से ही सीधे अपने ससुराल आ गई। पति के आंसू देखकर मैंने उन्हें गले से लगा लिया और मैं कोर्ट से ही सीधे अपने ससुर...
यहाँ के नवयुवक पढ़ने-लिखने में समय वेस्ट करने लगेंगे। हमारे खेत खाली पड़े रह जाएंगे। यहाँ के नवयुवक पढ़ने-लिखने में समय वेस्ट करने लगेंगे। हमारे खेत खाली पड़े रह जाएंग...
तुम्हारी शक्ल देखने का मन नहीं करता है। इसलिए मैं घर देर से आता हूं। तुम्हारी शक्ल देखने का मन नहीं करता है। इसलिए मैं घर देर से आता हूं।
इस तरह उसने अपने पति का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने दिया और अपनी सौगंध को पूरा किया। इस तरह उसने अपने पति का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने दिया और अपनी सौगंध को पूरा किया।
और... चित्रा जी मुस्कुराईं...उन्हें फिर से अपनी सार्थकता का बोध हुआ और चाय का कसैला स्व और... चित्रा जी मुस्कुराईं...उन्हें फिर से अपनी सार्थकता का बोध हुआ और चाय का कस...