उसके पिता भारतीय सेना में रहकर राष्ट्र सेवा कर रहे थे। उसके पिता भारतीय सेना में रहकर राष्ट्र सेवा कर रहे थे।
चलिए आपसे और बात बाद में करते हैं, अभी चलता हूं।"करन बोला और चला गया। चलिए आपसे और बात बाद में करते हैं, अभी चलता हूं।"करन बोला और चला गया।
एक लड्डू मांग लिया तो क्या सर चढ़ गयी मैं. एक लड्डू मांग लिया तो क्या सर चढ़ गयी मैं.
अब मुझे पता चल चुका है के उसकी वारिस एक बेटी है और उसका कोई बेटा या भाई नहीं है। अब मुझे पता चल चुका है के उसकी वारिस एक बेटी है और उसका कोई बेटा या भाई नहीं है।
मैंने वह सिक्का निकालकर सर को दे दिया। मैंने वह सिक्का निकालकर सर को दे दिया।
सीने में इतने दर्द को छुपाये कोई कैसे इतना ज़िंदा-दिल रह पाता है ।” सीने में इतने दर्द को छुपाये कोई कैसे इतना ज़िंदा-दिल रह पाता है ।”
मैं लोकलाज के लिये उसकी पत्नी थी और अपनी खुशी के लिये उसके साथ अनुजा होती थी। मैं लोकलाज के लिये उसकी पत्नी थी और अपनी खुशी के लिये उसके साथ अनुजा होती थी।
सेलेक्शन होने के उम्मीद थे,फिर भी मन मे कहीं एक डर बैठा था क्या होगा? सेलेक्शन होने के उम्मीद थे,फिर भी मन मे कहीं एक डर बैठा था क्या होगा?
अजय ने देखा था ,माँ को बात बे बात पर पापा से अपमानित होते हुए,पापा के हाथों से मार खाते अजय ने देखा था ,माँ को बात बे बात पर पापा से अपमानित होते हुए,पापा के हाथों से म...
जो आनंद इसे इस शीतल हवा में उड़कर मिलेगा वह कैद रहकर कैसे मिल पायेगा? जो आनंद इसे इस शीतल हवा में उड़कर मिलेगा वह कैद रहकर कैसे मिल पायेगा?
आप मेरे लिए वही चिराग हो।"वो झूम उठी ,मेरे लिए उसका ये विश्वास ,,, आप मेरे लिए वही चिराग हो।"वो झूम उठी ,मेरे लिए उसका ये विश्वास ,,,
उल्टे सीधे फंदे बुनते-बुनते उसकी कलाइयां दुखने लगी थीं। उल्टे सीधे फंदे बुनते-बुनते उसकी कलाइयां दुखने लगी थीं।
औरत को किसी सहारे की जरूरत नहीं वो अपने दम पर जीना जानती है। औरत को किसी सहारे की जरूरत नहीं वो अपने दम पर जीना जानती है।
पूरे परिवार के साथ उन्होंने जहर खाकर इसी घर में खुदकुशी कर ली।" पूरे परिवार के साथ उन्होंने जहर खाकर इसी घर में खुदकुशी कर ली।"
समय बढ़ने के साथ आमदनी और जिस्मफरोशी की कीमत में गिरावट होती जाती है. समय बढ़ने के साथ आमदनी और जिस्मफरोशी की कीमत में गिरावट होती जाती है.
आज अपने अतीत के कार्य पर सिद्धार्थ शर्मिंदा था, परंतु अतीत को पलटा तो नहीं जा सकता था। आज अपने अतीत के कार्य पर सिद्धार्थ शर्मिंदा था, परंतु अतीत को पलटा तो नहीं जा सक...
पता है, जिस दिन मेरा बेटा मुझे छोड़ कर गया, उस दिन मैं बहुत रोया पता है, जिस दिन मेरा बेटा मुझे छोड़ कर गया, उस दिन मैं बहुत रोया
अरे,,,,, यह क्या,,,,, नीलिमा का दिल बेतहाशा धड़कने लगा। अरे,,,,, यह क्या,,,,, नीलिमा का दिल बेतहाशा धड़कने लगा।
"बिल्ली होगी कोई, बेड के नीचे छिप गई होगी ध्यान से देख" मम्मी ने अंदर से आवाज दी। "बिल्ली होगी कोई, बेड के नीचे छिप गई होगी ध्यान से देख" मम्मी ने अंदर से आवाज दी...
अब सबका ध्यान कुत्ते पर गया। कुत्ता एक इंसानी हाथ को खा रहा था । अब सबका ध्यान कुत्ते पर गया। कुत्ता एक इंसानी हाथ को खा रहा था ।