Love to write about the different colours of life.
नीलाक्षी धीमे से बोली "ठंडी भी कह सकते हो सिद्धार्थ नीलाक्षी धीमे से बोली "ठंडी भी कह सकते हो सिद्धार्थ
यहाँ तो सब शादीशुदा पुरुष ही हैं या फिर महिलाएं यहाँ तो सब शादीशुदा पुरुष ही हैं या फिर महिलाएं
सरिता जब कार से उतर रही थी तो अनिल बोला "सरिता मुझे तुम्हारे जवाब की प्रतीक्षा रहेगी सरिता जब कार से उतर रही थी तो अनिल बोला "सरिता मुझे तुम्हारे जवाब की प्रतीक्षा र...
जब तुम्हे मालूम था घर पर कोई नही हैं तो मुझे अंदर ले कर क्यों आई हो?" जब तुम्हे मालूम था घर पर कोई नही हैं तो मुझे अंदर ले कर क्यों आई हो?"
देर जरूर लगी थी पर मयंक और शिवानी ने जीना सीख लिया था। देर जरूर लगी थी पर मयंक और शिवानी ने जीना सीख लिया था।
बड़ी अनिच्छा से मेहमान खाने की मेज पर बैठे परन्तु उन्होंने खाने को बस थोड़ा से चखा ही था बड़ी अनिच्छा से मेहमान खाने की मेज पर बैठे परन्तु उन्होंने खाने को बस थोड़ा से चखा...
तुम्हें दुबारा ज़िन्दगी जीने का मौका मिला हैं तुम्हें दुबारा ज़िन्दगी जीने का मौका मिला हैं
हर करवाचौथ पर नंदिनी को शिवा कोई ना कोई गहना गढ़वा कर देता था. हर करवाचौथ पर नंदिनी को शिवा कोई ना कोई गहना गढ़वा कर देता था.
कुढ़ कुढ़ कर पायल के चेहरे पर झाईयों का झुरमुट बन गया था। कुढ़ कुढ़ कर पायल के चेहरे पर झाईयों का झुरमुट बन गया था।
पहले पैसों का रोना था और अब जब पैसे हैं तो तुम्हारा अब भी मन नहीं कर रहा हैं पहले पैसों का रोना था और अब जब पैसे हैं तो तुम्हारा अब भी मन नहीं कर रहा हैं