या फिर काश, वो समय के पहिए को उल्टा घुमा पातीं और आज अपने इस राजमहल में अकेली न बैठी होतीं। या फिर काश, वो समय के पहिए को उल्टा घुमा पातीं और आज अपने इस राजमहल में अकेली न ...
कम पढे़-लिखे ऑटो वाले के साथ ऑटो में बैठने में उसे असुरक्षा के भाव नहीं थे, लेकिन एक पढे़ लिखे प्रोफ... कम पढे़-लिखे ऑटो वाले के साथ ऑटो में बैठने में उसे असुरक्षा के भाव नहीं थे, लेकि...
कैब में जाते हुए विनय के सामने पूरे दिन का घटनाक्रम घूम रहा था कैब में जाते हुए विनय के सामने पूरे दिन का घटनाक्रम घूम रहा था