मणिकर्णिका सुपरहीरो
मणिकर्णिका सुपरहीरो
मणिकर्णिका का आज पाँचवा जन्मदिन है। घर में चारों तरफ चहल पहल है, सब बहुत खुश हैं।हो भी क्यों न हो वह अपनी माता पिता की एकलौती संतान जो है, जो अपने माता-पिता को शादी के पूरे आठ वर्ष प्राप्त हुई थी। केक संस्कार का समय था, घर खचाखच मेहमानों से भरा था। अचानक मणिकर्णिका बेहोश हो गई। सब बहुत चिंतित हुए, समारोह गमगीन माहौल में बदल गया। सभी मेहमान खाना खाकर चले गए। मणिकर्णिका अभी भी बेहोश थी। करीब सुबह के चार बजे जोर से चिल्लाहट भरी आवाज़ से मणिकर्णिका उठ खड़ी उठी।
माँ को आज मणिकर्णिका की हरेक बात अजीब सी लग रही थी। मणिकर्णिका माँ से माँ संभालकर कप टूटा हुआ है कहीं आपके हाथ में लग न जाए, और थोड़ी देर में काँच माँ के हाथ में लग गया। माँ हैरान और परेशान!! अब फिर दूसरे ही मणिकर्णिका बोली पापा हमारी पतले वाली बुआ की तबीयत बिगड़ी हुई है। आप पता करो उनके के बारे में... मणिकर्णिका के पिता ने पतला फोन किया तो सच में ही उसकी बुआ की तबीयत बिगड़ी हुई थी और सही छ दिन बाद उनके ना होने की खबर भी आ गई। अब तो मणिकर्णिका की बातें सुनकर माता-पिता को बहुत हैरानी हुई। उस दिन पाँचवें जन्मदिन पर दस घंटे बेहोश होने के बाद जब से वह होश में आई थी , अजीब सी हरकतें करने लगी थी, वह जिस भी अनहोनी के बारे में पहले बताती वैसा ही होता। अब तो वह एक के बाद एक करीब सात अनहोनियों के बारे में बता चुकी थी। अब मणिकर्णिका की कही बातों का सभी बहुत ध्यान रखते ।
एक दिन रोहन के साथ साथ खेलते खेलते जोर से चिल्लाई , रोहन तुम्हारे पापा के स्कूटर का एक्सीडेंट होने वाला है, उनको तुरंत फोन करो। रोहन ने अपनी मम्मी को बताया। उन्होंने तुरंत रोहन के पापा को फोन किया लेकिन फोन नहीं लग रहा था। उधर रोहन के पापा स्कूटर से अपने दोस्त के साथ दफ़्तर का सामान लेने गए थे। तभी रोहन के पापा को मार्किट में ही उनका पुराना दोस्त मिल वो कुछ देर अपने दोस्त के साथ रूक गए। अब सीधे ही अपने दोस्त के साथ घर आ गए। इधर घर में रोहन की मम्मी बहुत विचलित थी। पापा को देखकर मम्मी बहुत खुश हुई और बोली आप सही सलामत हो.... आपका स्कूटर कहाँ है? स्कूटर तो मदन लेकर गया था दफ्तर का सामान लेकर..... अभी फोन करके पूछता हूँ उसे। फोन मिलाकर पता चला कि मदन का एक्सीडेंट हो गया ह।
मणिकर्णिका को सुपरनेचुरल शक्ति प्राप्त हो गई थी, अब सभी उसके आगामी अगाह करने पर उपाय करने लगे और अनोहोनी होने से पहले सभी को मदद मिल जाए सकती है। इस प्रकार मणिकर्णिका सपरहोरो के नाम से पूरे इलाके मशहूर हो गई।

