जज़्बातों को शब्दों के माध्यम से उड़ेलती हूं,मैं एक लेखिका ,सामाजिक कार्यकर्ता हूं।
मेरी जूती पहनाने वाला आया नहीं तो मैं कैसे भागता मेरी जूती पहनाने वाला आया नहीं तो मैं कैसे भागता
उनकी प्रेम कहानी का तमाम परेशानियों के बाद सुखद अंत हुआ। उनकी प्रेम कहानी का तमाम परेशानियों के बाद सुखद अंत हुआ।
लौट कर ठाकुर साहब घर आ गए उनके अंदर द्वंद चल रहा था लौट कर ठाकुर साहब घर आ गए उनके अंदर द्वंद चल रहा था
भाभी कब तक आप रूठी रहोगी।रिश्ते तोड़ने के लिए नहीं होते इन्हें जोड़ कर रखना ही सही है। भाभी कब तक आप रूठी रहोगी।रिश्ते तोड़ने के लिए नहीं होते इन्हें जोड़ कर रखना ही स...
आज हमारा रिश्ता अटूट बन गया, इसीलिए कहते हैं फ्रेंड्स फॉरएवर। आज हमारा रिश्ता अटूट बन गया, इसीलिए कहते हैं फ्रेंड्स फॉरएवर।
जा सुगना ,रक्षाबंधन के बाद तुझे लेने आऊंगा। जा सुगना ,रक्षाबंधन के बाद तुझे लेने आऊंगा।
नारी स्पर्श और पुरुष स्पर्श जन्मों से बिछड़े दो बदनसीब बिजली की गड़गड़ाहट के साथ एक हो नारी स्पर्श और पुरुष स्पर्श जन्मों से बिछड़े दो बदनसीब बिजली की गड़गड़ाहट के साथ...
तुम सही कह रही हो, कहीं तुम भी उसपर फिदा तो नहीं हो गई तुम सही कह रही हो, कहीं तुम भी उसपर फिदा तो नहीं हो गई
सोहन के माता पिता का सर शर्म से झुक गया। सोहन के माता पिता का सर शर्म से झुक गया।
मैने आलमारी पुनः बंद की और एल्बम लेकर बेडरूम चली आई। मैने आलमारी पुनः बंद की और एल्बम लेकर बेडरूम चली आई।