SANGEETA SINGH

Horror Romance Thriller

4  

SANGEETA SINGH

Horror Romance Thriller

पिशाच का घेरा

पिशाच का घेरा

14 mins
390


  जेनी और एलेक्स दोनों बैठे थे। आज जेनी को पता नहीं कैसे अतीत में हुई उसके साथ की घटना याद आ गई। वो उस घटना को याद नहीं करना चाहती थी, लेकिन यादों का क्या !कहते हैं ना 

"जिसे हम भूलना चाहें, वो अक्सर याद आते हैं। बहुत प्यार किया था उसने पीटर से लेकिन पीटर ही उसके जान का दुश्मन बन जाएगा उसने कभी सपने में भी इसकी कल्पना नहीं की थी।

  पीटर एक खूबसूरत नौजवान, जिसकी आंखें नीली थी, होंठ सुर्ख लाल। उसकी आंखों में एक कशिश थी, जब वो किसी नवयुवती की आंखों से टकराती तो फिर कयामत ही आ जाती, वो युवती उसकी दीवानी हो जाती ।

 पीटर ज्यादा बोलता नहीं था। जेनी और उसकी मुलाकात 2 साल पहले इटली के विला फार्नीज में हुई थी, जहां उसके कुछ मित्र पार्टी के लिए आए थे।

  पीटर भी एक टेबल पर अकेले कोने में बीयर पी रहा था। जेनी के कुछ दोस्त जुआ खेलने में व्यस्त हो गए तो कुछ के साथ उनकी गर्ल फ्रेंड थीं वे उनके साथ फ्लोर पर डांस करने लगे। जेनी अकेली हो गई, तभी उसकी नजर कोने के टेबल पर बैठे पीटर पर पड़ी।

 वो उसके पास पहुंची। साधारण शिष्टाचार हुआ, जेनी ने पीटर से कहा "क्या आप मेरे साथ डांस करना पसंद करेंगे। "

पीटर ने मुस्कुराते हुए कहा "क्यों नहीं अवश्य। "

और दोनों डांस करने लगे। जेनी और पीटर डांस के दौरान नजदीक आते तो जेनी का दिल जोर से धड़कने लगता उसका स्पर्श उसे मदहोश कर रहा था, उसे लगा अगर वो थोड़ी देर उसके साथ रही तो बहक जाएगी।

 दोस्तों की ओर देखा तो वे अब वापस लौटने ही वाले थे। उसकी दोस्त एलिना उसके पास आई और पीटर के साथ उसे देखकर थोड़ी हैरान हुई, फिर उसने जेनी को चलने को कहा।

 जेनी जब जाने लगी तो उसने अपना फोन नंबर पीटर की जेब में डाल दिया।

 सभी दोस्त नशे में थे उन्होंने पार्टी जम कर एंजॉय की थी, वापस अपने अपने घर आ गए।

 जेनी, एलिना के पड़ोस में ही रहती थी।

रास्ते में एलिना ने पीटर के बारे में पूछा, तो जेनी ने कहा "मैं उसके बारे में ज्यादा नहीं जानती, बस उसका नाम पीटर है उसने बताया और ये यहीं अपने अंकल के घर रहता है। "

एलिना ने मजाक में हंसते हुए कहा, "डियर उससे दूर ही रहना, उसकी निगाहें बड़ी कातिल हैं मैं तो उसका चेहरा भूल नहीं पा रही, इतना सम्मोहन था उसमें। "

 "तुम सही कह रही हो, कहीं तुम भी उसपर फिदा तो नहीं हो गई_"जेनी कहकर हंसने लगी।

  फिर दोनों अपने अपने घर चली गईं। सुबह जेनी देर तक सोती रही, उसकी मम्मी ने आकर उलाहना से भरे शब्दों से उसकी गुड मॉर्निंग की।

 वो हड़बड़ा कर उठी सुबह के 9 बज रहे थे। "आज लगता है कॉलेज जाने में देर हो जाएगा"बुदबुदाती हुई वो नहाने घुस गई। मम्मी एक वर्किंग वुमन थी, उन्होंने डाइनिंग टेबल पर उसके लिए नाश्ता ढंक कर रख दिया और ऑफिस निकल गई। उसके डैडी की एक कार दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी।

  जल्दी जल्दी जेनी तैयार होकर कॉलेज भागी। कॉलेज में आज वो अनमनी सी थी उसे पीटर का चेहरा बार बार नजर आ रहा था।

  दो चार लेक्चर के बाद वो घर आ गई, आकर अपने बेड पर लेटी पीटर के बारे में सोचने लगी। फिर उसे लगा शायद पीटर को उसमें कोई इंट्रेस्ट नहीं हो, उसके साथ ही उसे पछतावा होने लगा कि उसने अपना फोन नम्बर बेकार ही दिया वो पता नहीं उसके बारे में क्या सोच रहा होगा।

 सोचते सोचते वो सो गई, शाम हो गई थी उसकी मम्मी ऑफिस से आ गईं । उसने आज मम्मी के लिए कॉफी बनाई जिसे देख मम्मी खुश हो गईं।

 फिर मम्मी ने पार्टी के बारे में पूछा, तो जेनी ने कहा, , "बहुत अच्छी पार्टी थी मम्मी। एक बार फिर पीटर का चेहरा उसकी आंखों के सामने नाच गया वो दुखी हो गई।

  फिर इधर उधर की बातों के बाद उसकी मम्मी डिनर की तैयारी करने चली गईं।

 दो दिन बीत गया, पीटर का फोन नहीं आया, उसे लगा शायद उसका एकतरफा प्यार था। तीसरे दिन वो जब सोने जा रही थी, तो उसके मोबाइल की घंटी बजी, एक अनजाना नंबर मोबाइल के स्क्रीन पर फ्लैश हो रहा था, दिल के कोने में उम्मीद जगी शायद पीटर तो नहीं, उसने लपक कर फोन उठाया।

 दूसरी तरफ से आवाज़ आई "हैलो। "

जेनी ने कहा "हैलो, आप कौन?"

जेनी से बात हो रही है क्या? मैं पीटर बोल रहा हूं, उस दिन हम पब में मिले थे।

 जेनी की दिल की धड़कन तेज़ तेज़ चल रही थी। अचानक उसके मुंह से निकल गया"कहां थे इतने दिन फोन तक नहीं किया"।

पीटर ने कहा "क्या?"

लेकिन तुरंत ही संयत होते हुए कहा "जी जी मुझे याद है। मैं आपके फोन का ही इंतजार कर रही थी। "

 "मुझे नींद नहीं आ रही थी, क्या मेरे साथ वॉक पर चलेंगी?पीटर ने पूछा।

 जरूर, लेकिन मम्मी को देखकर आती हूं ।

वो कमरे में गई उसकी मम्मी सो रही थीं। वो निश्चिंत हो गई और उसने फोन पर पीटर को बताया कि वो घर के बाहर आ रही है।

 पीटर बाहर ही उसका इंतजार करता मिला। आज उसकी खुशी की कोई सीमा नहीं थी, शायद जीसस से आज कुछ और मांग लेती तो वो भी पूरा हो जाता । पीटर ने उसे देखा तो हल्के से मुस्कुरा दिया।

 वो साथ साथ टहलते टहलते बहुत दूर निकल गए। स्ट्रीट लाइट की रोशनी और पूर्णिमा की चांद की वजह से रात रोशनी से नहाई लग रही थी उस पर से पीटर का साथ सर्द रात में भी गर्मी का अहसास करा रहा था।

  जेनी थक कर वहीं स्ट्रीट के किनारे पड़ी बेंच पर बैठ गई। पीटर रुक गया, और उसने बड़े प्यार से बोला "थक गई क्या?"

"हां बहुत" _जेनी ने कहा।

पीटर भी उसके पास आ कर बैठ गया।

जेनी ने कहा "अब घर चलना चाहिए । "

पीटर ने उसकी ओर देखा जेनी की नजरें मिलीं। वो उसकी आंखों की गहराइयों में जैसे खो गई। अचानक पीटर की आवाज ने उसे जैसे नींद से जगा दिया।

उसने कहा "तुम सही कह रही हो, हमें वापस लौट चलना चाहिए।

 जेनी वापस घर में दाखिल हुई, मम्मी के कमरे में झांक कर देखा तो मम्मी गहरी नींद में थीं।

 वो चुपचाप अपने कमरे में जाकर सो गई। अब तो उनकी मुलाकातें रोजाना ही होने लगीं।

 वो हमेशा रात में ही मिलता था। दिन में जेनी कॉलेज जाती और रात में उसके कॉल के इंतजार करती । उसके कॉल आते ही मेरी सारी थकान दूर हो जाती, उसके साथ रह कर मैं बड़ा सकून अनुभव करती।

  एक दिन जेनी ने पूछा तुम क्या करते हो ? उसने एक एंटीक शॉप का नाम बताया कि वो वहां काम करता है। जेनी का प्यार दिन पर दिन बढ़ रहा था। कभी कभी जेनी पीटर से दिन में मिलने कहती तो वो टाल जाता कहता मुझे बहुत काम रहता है।

 उसने पीटर के साथ भविष्य के सपने देखने शुरू कर दिए थे।

 कुछ ही दिनों के बाद जेनी का 21 वां जन्मदिन था। उसने सभी दोस्तों को अपने बर्थडे पर बुलाया था।

 पीटर को जेनी ने खास तौर पर बुलाया था, वो उसे अपनी मम्मी और दोस्तों से मिलवाना चाहती थी।  

 एलेक्स, जेनी का बचपन का दोस्त था वो और उसका परिवार अब मैड्रिड में रहते थे। वो बचपन से जेनी को पसंद करता था, वो विशेष रूप से मैड्रिड से जेनी के जन्मदिन पर अपने प्यार का इजहार करने आया था।

  लेकिन उसे लगा उसने अपने प्यार को खो दिया, जेनी की जिंदगी में कोई और आ गया है उसने पीटर और जेनी की नजदीकियां महसूस की।

 वो पार्टी से बाहर अकेले गार्डन में जाकर बैठ गया। बाहर अंधेरा था, उसे पार्टी में न देख एलिना भी बाहर आ गई।

 एलेक्स के मन के जज्बात जेनी के लिए क्या थे वो एलिना जानती थी। उसने एलेक्स को बताया "जेनी पर पूरी तरह पीटर के प्यार का सुरूर छाया है, जबकि पता नहीं क्यों मुझे पीटर बहुत रहस्यमई लगता है। "

 एलेक्स एलिना की बातों से चौंका, लेकिन उसने उसकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया और एक हारे हुए आशिक की तरह समर्पण की प्रतिमूर्ति बन उन दोनों के रास्ते से हटना उचित समझा।

एलेक्स अगले दिन चला गया, बिना जेनी से मिले। जेनी की बहुत बुरा लगा, उसका बेस्ट फ्रेंड जो उसके लिए ही आया और उससे इतना दूर रहा।

  इधर जन्मदिन के बाद से पीटर जेनी से मिला नहीं जेनी को उसकी फिक्र हो रही थी क्योंकि वो उस दिन काफी बीमार दिखा रहा था।

  जेनी ने उससे पूछा भी था" तुम ठीक तो हो, तबीयत तो नहीं खराब"।

 उसने ये कहते हुए बात को टाल दिया _ "अरे ! मैं बिलकुल ठीक हूं, कमजोरी है। "

  जेनी ने कई बार फोन मिलाया लेकिन पीटर ने फोन नहीं उठा ।

आखिरकार वो थक कर सो गई, करीब 12 बजे पीटर ने फोन किया लेकिन गहरी नींद में होने के कारण, उसने फोन नहीं उठाया।

  अगली सुबह जेनी जैसे उठी तो मम्मी ने बताया कि एलिना के घर पुलिस आई है। एलिना को किसी ने मार दिया उसका शव बहुत विकृत अवस्था में कब्रिस्तान के पास मिला।

  एलिना का शव देख सभी कयास लगा रहे थे, ये रात को कैसे इतनी दूर आ गई, इसपर किसी खूंखार जानवर ने हमला कर मार दिया, लेकिन पुलिस के लिए ये दूसरा इस तरह का केस मिला था, अभी दो दिन पहले यहीं झाड़ियों से दो युवकों की क्षत विक्षत लाश पाई गई थी।

पुलिस ने किसी जानवर का अंदेशा बताया ।

 उस दिन रात को पीटर का फोन आया। जेनी का मूड खराब था, एलिना की मौत ने उसे बुरी तरह हिला दिया था, उसने बाहर आने से मना कर दिया। पीटर बहुत गुस्सा हो गया।

जेनी ने खुद को कमरे में बंद कर रखा था, न खाना खा रही थी बस लगातार रोए जाती, थक जाती तो सो जाती। एलिना उसकी बहुत अच्छी सहेली थी वो उसका चेहरा वो एक मिनट को भी भूल नहीं पा रही थी।  

  जेनी की मम्मी बहुत परेशान थी। तभी दरवाजे पर दस्तक हुई, जेनी की मम्मी ने दरवाजा खोला सामने एलिना की मम्मी खड़ी थी उनके हाथ में एक चिट्ठी थी, उन्होंने कहा "ये एलिना ने जेनी के नाम चिट्ठी छोड़ी है। हमने इसके बारे में पुलिस को भी नहीं बताया।

  जेनी की मम्मी ने कई बार जेनी से दरवाजा खोलने का आग्रह किया तब जाकर जेनी ने दरवाजा खोला। उदास आंखों से एलिना की मम्मी ने जेनी को खत पकड़ाया।

" ये क्या है?"जेनी ने आश्चर्य से पूछा।

मुझे नहीं पता उसके टेबल पर तुम्हारे नाम लिखा पत्र मिला तो मैं तुम्हें देने आ गई। जेनी ..जल्दी पढ़ो, शायद उसे अपनी हत्या का अंदेशा हो, और उसने ये पत्र लिखा हो।

 जेनी ने जल्दी पत्र खोला, उसे पढ़कर उसकी आंखें हैरत से फैल गई।

 एलिना ने लिखा था 

   " डियर जेनी, मुझे पीटर के बारे में कुछ पता चला है, वो आम इंसान नहीं है, वो शायद एक वैंपायर है। तुम मेरी इस बात पर विश्वास नहीं करोगी, तुम्हें याद है, तुम्हारे जन्मदिन के दिन जब रात तुम पीटर को छोड़ने बाहर निकली थी, और वहां से दो लड़के रात को नशे से गुजरते हुए तुम दोनों पर फब्तियां कसते हुए वहां से जा रहे थे।

पीटर ने तुम्हें अंदर जाने को कहा, और तुम अंदर आ गई।

 उस समय मैं खिड़की पर थी, बत्ती बंद थी स्ट्रीट लाइट की रोशनी में सब साफ दिखाई दे रहा था । तुम्हारे जाने के बाद मैने देखा कि जैसे पीटर का हाथ बहुत लंबा हुआ और वो बाइक वाले उसके सामने बाइक सहित खींच लिए गए। मैने इतना देखा क्योंकि उसी समय बत्ती गुल हो गई थी।

उसके बाद पुलिस को उन लड़कों की लाश क्षत विक्षत झाड़ियों में मिली थी । मुझे यकीन है ये सब पीटर ने किया था।

आज पीटर तुम्हारे घर के पास खड़ा था मुझे नींद नहीं आ रही, कुछ देर बाद वो वापस लौटने लगा, मैं समझ गई कि तुम शायद सो रही होगी, मैं आज उसकी सच्चाई जान कर रहूंगी। मैं उसके पीछे जा रही हूं, अगर मेरा शक गलत होगा तो मैं वापस आ जाऊंगी, वरना .........।

 तुम्हारी 

एलिना

जेनी के चिट्ठी पढ़ते सबके होश फाख्ता हो गए। पीटर पर यकीन करना मुश्किल हो रहा था । जेनी बहुत डर गई थी।

 अब किसी को कोई उपाय समझ में नहीं आ रहा था कि पीटर से कैसे छुटकारा पाया जाए।

 जेनी की मम्मी मार्था में पूछा" तुम्हे मालूम है पीटर कहां रहता है?

 जेनी ने कहा "उसने बताया था कि वो फिलिप एंटीक शॉप में काम करता है। "

 "वो शॉप तो कबिस्तान के बहुत नजदीक है। "_मार्था ने कहा।

"घबराओ नहीं मैं अभी चर्च जाकर फादर विलियम से कुछ उपाय पूछती हूं।, "_एलिना की मम्मी ने कहा।

"जेनी और मैं उस एंटीक शॉप में जाकर पता करते हैं। "_जेनी की मम्मी मार्था ने कहा।

 दोनों एंटीक शॉप पर गई । शॉप में बहुत पुरानी पुरानी कई सदियों की नीलाम हुई वस्तुएं रखी थीं, एंटीक वस्तुओं के शौकीन काफी लोग खरीददारी में लगे थे।

  जेनी ने अपनी मम्मी को शॉप के मालिक को सामान दिखाने में उलझाए रखने को कहा और वो बहुत बारीकी से शॉप का मुआइना करने लगी।

 उसे नीचे एक तहखाना नज़र आया, वो आसपास के लोगों की नज़र बचा कर उतर गई । अंदर अंधेरा था। मोबाइल की रोशनी जला कर उसने देखा तो उसकी आंखें आश्चर्य से फैल गई, करीब 10 ताबूत वहां रखे थे।

 ताबूत का एंटीक शॉप में क्या काम, सोच कर उसका सर भन्ना गया।

 वो धीरे धीरे आगे बढ़ने लगी । सभी ताबूतों में नाम लिखा था। आगे बढ़ते उसकी नजर एक ताबूत पर पड़ी जिसपर लिखा था  क्रिस्टियानो पीटर ।

  अब एक दम क्लीयर था कि पीटर वैंपायर था। उसने ही एलिना का खून किया था। इस समय सारे वैंपायर सोते रहते हैं उनकी शक्तियां क्षीण रहती हैं, रात होते उनकी शक्तियां बढ़ जाती हैं।

 वो चुपचाप से उपर आ गई। उसकी मम्मी ने कुछ एंटीक सामान पसंद किए थे, और जेनी का इंतजार कर रही थी। जेनी ने आते ही उन्हें जल्दी चलने का इशारा किया।

 उसकी मम्मी बिना कोई सवाल किए जेनी के पीछे हो ली।

 जेनी ने तहखाने में जो देखा वो सब मम्मी को बताया। एलिना की मम्मी भी फादर के साथ आ गईं। फादर ने जेनी से कहा "उसने तुम्हे कहीं काटा तो नहीं ?"

 जेनी ने कहा _"नहीं फादर। "

 "माय चाइल्ड, जीसस बहुत रहमदिल है, एलिना की आत्मा को शांति मिले, उस बच्ची ने अपनी जान देकर तुमको बचाया है। पीटर से मुकाबला तुमलोग दिन में ही कर सकते हो। रात में ये शक्तियां बहुत ताकतवर हो जाती हैं।

 तुमलोग ऐसा करो, अपने घर की छत और चारों ओर सरसो के दाने बिखेर दो।

ये होली वाटर, और जंगली गुलाब की टहनी और संजली की लकड़ी है, मौका मिलते ही इसे उसके सीने के आर पार कर देना। "_फादर ने कहा।

 फादर के जाने के बाद, तीनों फिर चिंता में पड़ गईं। मार्था ने उनके कान में कुछ प्लान समझाया और सबने हामी भरी।

  तीनों ने बैग में सारा सामान रखा और शॉप के लिए निकल गईं। दुकान में भीड़ थी।

 जेनी शॉप के मालिक के पास खड़ी हो गई, उसने डीप नेक टीशर्ट और मिनी स्कर्ट पहन रखी थी। डार्क लिपस्टिक, बूट, खुले लंबे बाल, महंगा परफ्यूम एकदम कयामत लग रही थी। शॉप का मालिक फिलिप उम्र में दोगुना था, मोटा थुलथुल । किसी ने आज तक उसे लाइन नहीं दिया और जेनी।

उफ्फ कयामत, ! जेनी की मादक अदाओं पर फिसलने लगा। जेनी ने उसके करीब आकर फुसफुसाकर धीमे से उसके कानों में कहा"मुझे कुछ आपकी स्पेशल अटेंशन चाहिए।

 शॉप के मालिक ने दांत खिसोरते हुए कहा _"श्योर", । मैं क्या कर सकता हूं आप के लिए"।

  जेनी ने कहा "क्या आपके शॉप में इतने ही एंटीक कलेक्शन हैं। मुझे ये कोई खास नहीं लग रहे हैं।

 फिलिप ने कहा_"तो आपको कुछ विशेष चाहिए। "

 "हां, आप तो काफी समझदार हैं"_जेनी ने कहा।

 फिलिप, जेनी को अपने एक गोदाम में ले गया।

 रास्ता साफ था। मार्था ने फादर को फोन किया। फादर वहीं कब्रिस्तान में ही थे तुरंत वहां पहुंच गए। तीनों नीचे तहखाने में चले गए। फादर ने चारों ओर होली वाटर छिड़क दिया। उसके बाद उन्होंने पीटर का ताबूत खोला । उसकी बाईं आंख अधखुली, नाक और मुंह से खून निकल रहा था, चेहरा विकृत था। वो तो फादर और उम्रदराज महिलाएं थीं, वरना जेनी तो उसके इस रूप को देख बेहोश ही हो जाती।

  ताबूत के खुलते पीटर उठ खड़ा हुआ और तेज़ी से फादर के ऊपर टूट पड़ा, वो अपने नुकीले दांत गड़ाता, उससे पहले होली क्रॉस से टकराया, बिजली का जैसे तेज झटका लगा और वो पीछे हो गया। मार्था की ओर देख उसने दांत भींचे और गुर्राया"सब तुम्हारी कारस्तानी है, तुम मेरे और जेनी के बीच नहीं आ सकती । मैं जेनी को अपने जैसा बना कर छोडूंगा। जेनी और मैं बनूंगा वैंपायर की दुनिया के क्वीन और किंग। वो दिन कल ही है जेनी मेरी है।

  उसको मुझसे कोई अलग नहीं कर सकता। इतना कह कर वो मार्था की ओर लपका, लेकिन बिजली की तेजी से एलिना की मां ने आगे बढ़कर संजली की लकड़ी उसके सीने में घोंप दिया। एक तेज आवाज के साथ पीटर का अंत हो गया।

 शॉप में लोग कुछ समझते उतनी देर में तीनों धीरे से निकल कर लोगों में शामिल हो गए। जेनी जो की गोदाम में फिलिप के साथ थी, मार्था के फोन पर काम होने के साइन आते ही गोदाम से निकल गई। फिलिप चिल्लाता रह गया।

  आज उन्होंने बहुत बड़ी मुसीबत से छुटकारा पाया था।

 मार्था ने कहा, " किसी अंजान से दोस्ती घातक हो सकती है। सोच समझ और परख कर कदम बढ़ाना चाहिए।

 एलेक्स के दिल की बात एलिना की मम्मी भी जानती थी। उन्होंने मार्था से बताया कि एलेक्स, जेनी को बचपन से चाहता था । लड़का भी अच्छा है वेल सेटल्ड है ।

  मार्था ने हामी भर दी। जेनी और एलेक्स की शादी धार्मिक रीति रिवाजों के साथ चर्च में संपन्न हुई।


समाप्त

 



Rate this content
Log in

Similar hindi story from Horror