Just another storyteller... In the universe of stories.
Share with friendsगरिमा की आवाज़ को सुन, उसे ये यकीन हो चला कि वो वाकई में अब अकेला नहींं है।
Submitted on 13 Oct, 2020 at 18:38 PM
प्यार करना तो सब सिखाते है पर इस रिश्ते को निभाना कैसे है, ये कोई नहीं सिखाता।
Submitted on 07 Apr, 2020 at 19:46 PM
आंसुओ की कुछ बूंदे उसके हथेलियो में पड़ी मृत पिता की अस्थियो पर जा गिरी। ऐसा लगा सतीश के आंसू उनसे माफी की दरकार कर रहे ...
Submitted on 01 Mar, 2020 at 19:10 PM
ठहरा हुआ था वो एक वक्त की तरह, और शायद हमेशा रहेगा सिर्फ उसके इंतजार में… पर फिलहाल
Submitted on 30 Jan, 2020 at 20:17 PM
”क्या खूब कहा था किसी ने कि, जिंदगी उस किताब की तरह है जिसके पन्ने सिर्फ वक्त पलट सकता
Submitted on 09 Dec, 2019 at 18:53 PM
“मैं राहुल नागर अपने पूरे होशोवास में ये सुसाइड नोट लिख रहा हूं । मैं ये आत्महत्या अपन
Submitted on 13 Nov, 2019 at 08:01 AM
अनजाने में ही उसमें भीग गया और उसमे लिखा वो नाम, बिखरती स्याही में धुँधला होता गया।
Submitted on 02 Nov, 2019 at 09:28 AM
अंत में वीरानियत के सायों ने उसे घेर लिया और वो कुछ न कर पाया।
Submitted on 18 Oct, 2019 at 18:54 PM