एक और आदमी खिड़की की ओट से यह सब होता हुआ देख रहा था. एक और आदमी खिड़की की ओट से यह सब होता हुआ देख रहा था.
और कत्ल के 28 साल बाद उसने खुद से अपने गुनाह कबूल किए और खुद खुदकुशी कर ली। और कत्ल के 28 साल बाद उसने खुद से अपने गुनाह कबूल किए और खुद खुदकुशी कर ली।
दरअसल मुझे कल लग रहा था की मेरे सामने रिश्तों का कत्ल हो रहा हो! दरअसल मुझे कल लग रहा था की मेरे सामने रिश्तों का कत्ल हो रहा हो!
बछड़ा जन्म ना ले पाता, सचमुच इंसान से बड़ा पशु कोई और नहीं। बछड़ा जन्म ना ले पाता, सचमुच इंसान से बड़ा पशु कोई और नहीं।
उसकी नश्वर देह नीचे फर्श पर छिन्न भिन्न अवस्था में पड़ी हुई थी। उसकी नश्वर देह नीचे फर्श पर छिन्न भिन्न अवस्था में पड़ी हुई थी।
अब मैं अपनी मेहनत की कमाई पर ही भरोसा करुँगा। मुफ्त में मिली दौलत के सहारे न रहूँगा। अब मैं अपनी मेहनत की कमाई पर ही भरोसा करुँगा। मुफ्त में मिली दौलत के सहारे न रह...