ना मैं कोई लेखक हुँ ना कोई क्रिटिक।जब कभी भी मन खिन्न या व्यग्रता से परिपूर्ण होता है।यहाँ कुछ लिखकर बहुत ही सुकून मिलता है।कुछ लिखकर बहुत ही प्रसन्नता होती है। पसंदीदा लेखक:अगाधा क्रिस्टी,इब्ने सफी, फडीस्वर नाथ रेणु,शरदचंद्र...... और भी बहुत से। पसंदीदा पुस्तकें:शेरलॉक होम्स,राग दरबारी,... Read more
Share with friendsमेरी बात मान जाओ तुम भी इंजॉय करो अभी उम्र ही क्या है तुम्हारी
Submitted on 20 Mar, 2020 at 09:35 AM
ऑफिस के सारे स्टाफ सुधा की बहादुरी की प्रशंसा कर रहे थे।
Submitted on 16 Aug, 2019 at 15:23 PM
पूर्व भाग में आपने पढ़ा किस तरह सुंदरी और राजन को प्यार हुआ और मन्त्रिवर के कहने पर सुंदरी राजन से मिलन को मना कर देती है...
Submitted on 18 May, 2019 at 07:53 AM
राजन ने स्वीकृति दी और वहाँ से चले गए, सुंदरी के आसुओं का वेग बढ़ता ही गया।
Submitted on 12 May, 2019 at 14:52 PM
उसकी नश्वर देह नीचे फर्श पर छिन्न भिन्न अवस्था में पड़ी हुई थी।
Submitted on 10 May, 2019 at 01:50 AM
सौर्य ने दोनों के डिनर का इंतजाम किया फिर दोनों मिलकर डिनर करने लगें।निधि ने अपना प्लान पहले ही बता दिया था आज रात उसे य...
Submitted on 28 Apr, 2019 at 17:38 PM
कुछ ही दिनों पहले इनकी प्रिया ने इनका साथ हमेशा के लिए छोड़ कर भगवान को प्यारी हो गई थी।
Submitted on 26 Apr, 2019 at 16:28 PM
खैर कुछ दिनों बाद वो दिन भी आया जब हमें प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखना थे। जैसे कि मैंने पहले ही बताया था हमारी ताकझांक कर ...
Submitted on 23 Apr, 2019 at 16:37 PM
आज इस तसवीर को देख अनयास ही उसकी यह घटना याद आ गयी।
Submitted on 17 Apr, 2019 at 07:57 AM
तभी मुझे सुबह के समाचार पत्र की खबर का ध्यान आया दिल्ली के चार लोग पिथौरागढ़ पहाड़ियों में घूमने आए मगर गुम हो गए। फिर ...
Submitted on 17 Apr, 2019 at 07:55 AM
सुव्रत को समझ नहीं आ रहा था क्या हुआ।उसके बदन का हर हिस्सा लग रहा था जैसे तप रहा हो।बहुत जलन की पीड़ा हो रही थी उसे....
Submitted on 17 Apr, 2019 at 07:27 AM