यूँ ही मर जायेगा
यूँ ही मर जायेगा
यूँ ही मर जायेगा अपना प्यार एक दिन ,
याद रह जायेगी ये साँस गिन - गिन ,
जब दिल ने चाहा तुझे भेजा संदेश मेरे यारा ,
तूने आके हर बार दिया मुझे फिर सहारा ,
तेरे आने से ये उम्र बढ़ी मेरी हर दिन ,
यूँ ही मर जायेगा अपना प्यार एक दिन |
कब मिले ये नयन पता ही ना चला ,
दिलों से दिलों का मिलन अच्छा ही लगा ,
कभी कहे अपने दिल ~ए ~अल्फाज़ ,
कभी पढ़े तेरे दिल ~ए ~ ज़जबात ,
घुले फिर तुझमे बिन कहे ये धड़कने गिन ,
यूँ ही मर जायेगा अपना प्यार एक दिन |
जब जी चाहे बुला लेना हमें अंखियाँ मूंदे ,
छू के फिर चख लेना अपने इश्क की गिरी बूँदें ,
थोड़ा हँस के तब देना हमें बेवफ़ा का खिताब ,
जो ना दे सकी तेरे हर सवाल का ज़वाब ,
और चली गई दूर तुझसे कुछ कहे बिन
,यूँ ही मर जायेगा अपना प्यार एक दिन ||