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Praveen Gola

Romance

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Praveen Gola

Romance

दिल ~ए ~उम्मीद से संवर जायें

दिल ~ए ~उम्मीद से संवर जायें

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दिल ~ए ~उम्मीद से संवर जायें ,
ऐसे रंग भरना ....
बिना कहे ही बिखर जायें ,
ऐसे इश्क करना |

चाहतें कितनी रोज़ देखो ,
यूँ परेशां करती .....
हर एक चाहत को जी पायें ,
ऐसे दम भरना |

बात कुछ भी ना कही ,
धड़कनों से कभी .....
ये तब भी धड़क जायें ,
ऐसे हाथ रखना |

हजारों सपनों की दुनिया में ,
जीते मरते हैं .......
हर सपने को आहिस्ता -आहिस्ता ,
आप पूरा करना |

दिल ~ए ~उम्मीद से संवर जायें ,
ऐसे रंग भरना ....
बिना कहे ही बिखर जायें ,
ऐसे इश्क करना |

बहकना होता अगर पहले ,
तो बहक जाते .....
अगर अब बहक गये तो ,
हमे फ़ना करना |

प्यार एक धोखा और फरेब है ,
ऐसा जानते हैं .....
उसी धोखे में अपने सपनों को ,
आप रंगीन करना |

मन होता कितना चंचल ,
ये जानो अभी .....
ना चाहते हुए भी इसकी चाहत को ,
अपने संग रखना |

कभी जो गलती से प्यारी सी आपको ,
दे दें गाली .....
समझ उसको तड़प इश्क की ,
मत रंज करना |

दिल ~ए ~उम्मीद से संवर जायें ,
ऐसे रंग भरना ....
बिना कहे ही बिखर जायें ,
ऐसे इश्क करना ||










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