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Praveen Gola

Romance

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Praveen Gola

Romance

चलो चलते हैं आज चाँद पर

चलो चलते हैं आज चाँद पर

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चलो चलते हैं आज चाँद पर, चल के करेंगे थोड़ी मीठी बातें ,

हजारों सपने जो देखे थे हमने, उन सपनों से करेंगे पूरी रातें।

आज रात चाँद भी है उन्माद में ,हमारा जोश भी कुछ कम नहीं ,

कितना अच्छा हो जो हम दोनों ,चाँद पर ही सो जायें कहीं।

जब दिल करेगा तब मचल उठेंगे, फिर गोल घूम एक दूसरे को पकड़ेंगे ,

वो चांदनी रात कितनी हसीन होगी, जब बांहों में हम कसके जकड़ेंगे।

वहाँ धरा की तरह कोई शोर ना होगा ,चाँद पर चाँद जैसा ही चेहरा होगा ,

उस सफेद रोशनी में जब लब हिलेंगे ,चूम उन्हें तब दोनों के दिल खिलेंगे।

सच कहूँ तो वहाँ से कभी वापस ना लौटूँ ,चाँद पर ही तुझसे सारी खुशियाँ बाटूँ ,

चाँद से बेहतर प्रेम के लिए कोई जगह न होगी, बस मैं, मेरा चाँद और बगल में महबूबा होगी।।



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