लिखी थी कई कहानियां हमने...
लिखी थी कई कहानियां हमने...
लिखी थी कई कहानियां हमने
मगर उन कहानियों में वो था ही नही,
जो शुरू हुई थी कहानी मेरी
वो हमारी कहानी कभी बनी ही नही ।
जिस राह पे इंतजार करती थी
वो उस राह पे कभी आया ही नहीं
कुछ इशारे भी की थी
मगर वो समझा ही नही,
तलाशती थी खुशबू उसकी
मगर वो फूल कभी मिला ही नही,
कई बार इस दिल ने उसे पुकारा
मगर उसे इस बात का एहसास ही नही,
चाहती थी उसे बेवजह
मगर वो मतलब के रिश्ते भी निभाया नही,
मैं प्यार की दरिया मे डूबती गई
वो कभी गहराइयों मे उतरा ही नही ।
लिखी थी कई कहानियां हमने
मगर उन कहानियों में वो था ही नही,
जो शुरू हुई थी कहानी मेरी
वो हमारी कहानी कभी बनी ही नही ।