यादें याद आती है
यादें याद आती है
जब भी कुछ लिखने बैठूँ,
एक ही चेहरा नजर आता है।
उसकी जुल्फें, उसकी मासूमियत,
उसकी हया,
सब एक साथ नजर आता है।
जब वो चलती है,
उसकी पायल छनकती है।
दिल मेरा धड़कता है,
पलकें उसकी झपकती है।
सामने जब वो आती है,
मेरा रोम रोम खिल उठता है।
बाँहों के घेरे में उसको लेने,
मेरा दिल ये बार-बार कहता है।
एक दिन सपनों से निकलकर,
वो हकीकत बन जाएगी.
मेरी यादों के रूप में,
वो इस कदर बस जाएगी।
जब ढूँढता हूँ उसे इस जहाँ में,
वो दौड़ी चली आती है।
लेकिन जब आँखें खोलकर देखता हूँ,
तो बस उसकी यादें याद आती हैं।

