वो कैसे लोग हैं
वो कैसे लोग हैं
वो कैसे लोग है जिन पर बर्बरियत का जुनून सवार है
मुल्क को तक्सिम करने का वजुद सवार है !
वो कैसे लोग है जिन्हे अपने ही घर मे लाश पसंद है
ना किसी का धर्म पसंद है, ना भाषा पसंद है, ना ज़ात पसंद है
वो कैसे लोग है जिनकी रूह बेचैन नहीं होती
खून_ए _मातम के पेशनी पे शिकंज नहीं होती !
वो कैसे लोग है जिन्हें बँटवारा पसंद है
हुकुमत उनकी चले ऐसा हत्यारा पसंद है !
वो कैसे लोग हैं जिन्हें मिली-जुली संसकृति नहीं भाती
अंधेरों में रहने की आदत है जिनकी आंखें खुली नहीं जाती
वो कैसे लोग हैं जो खुद निस्तो-नाबुद है
अपने ही दिये ज़ख्मों से नासूर है !
वो कैसे लोग हैं जिन्हें खुशहाली पसंद नहीं
अमन_ए _रोशन की दिवाली पसंद नहीं !
