सोया नही मेरो लला
सोया नही मेरो लला
गीता छंद (मात्रिक)
मापनी - २२१२ २२१२, २२१२ २२१
(मात्रा भार - २६, यती - १४,१२)
सोया नही मेरो लला,
जागा पुरी वह रात |
लोरी सुनाकर थक गयी,
कैसी सुनाऊ बात ||१||
किस की नजर गोपाल को,
लागी बताओ आज |
डॉक्टर बुलाओ नंद बा,
जल्दी करोजी काज ||२||
कान्हा सुलाने संग मे,
फेरे दुलारे हाथ |
बाबा सुलाते श्रीहरी,
देकर यशोदा साथ ||३||
पंछी उड़े कलरव करे,
अब हो गयी है भोर |
प्यारा दुलारा सो रहा,
अब ना मचाओ शोर ||४||
कान्हा भजे है गोपिका,
राधा करे गुणगान |
"गोकुल" कहे मै भी भजू,
राधा रमण भगवान ||५||
