विद्यार्थी का अधिकार
विद्यार्थी का अधिकार
क्या पा लिया बन कर मैं अफ़सर
क्या खो दिया बन कर मैं अफ़सर ,
इस पाने खोने के राह में बस खो दिया मैंने अवसर
मैं फेल अभी हुआ नहीं ये खेल ख़तम हुआ नहीं,
एक बार फिर मैं उठ खड़ा हुआ एक ख़्वाब पाने के लिए
पर ये ख़्वाब मेरा नहीं ये राह मेरी नहीं,
फिर भी मैं चल पड़ा
एक बात मैंने सिख लिया,
दौड़ दौड़ कर कुछ जीत लिया
पर इसकी मुझे चाह नहीं इस दौड़ में ,
मैंने ख़्वाब अपने छोड़ दिए
क्या मेरा कुछ अधिकार नहीं ??