वादा तेरा...
वादा तेरा...
वादा न कोई न यकीं न उम्मीद कोई बाकी तेरी
फिर भी इन बेबस नज़रों को तेरा इंतज़ार रहता है
हां जानते है कि चला गया है तू बहुत दूर मुझसे फिर भी न
जाने क्यों तेरे किए वादे पर एतबार रहता है....
ये सांसे इसी आस में चला करतीं हैं
और ये धड़कन जो हर पल तेरी राह तकती है
सुकून दिल का मेरे साथ तू ले गया अपने
फिर भी क्यों यकीं तुझ पे हर घड़ी बना रहता है
न जाने क्यों तेरे किए वादे पर एतबार रहता है....
वादा वो जो साथ निभाओगे तुम जिंदगी भर
मैंने भी न पूछा कभी की चाहत तलक या यादों में रहकर
तेरा वही वादा मेरे अंदर है मुझे संभाले हुए
'बेकरार' सा रहकर भी 'बरकरार' मुझमें रहता है
न जाने क्यों तेरे किए वादे पर एतबार रहता है....