ये हसीँ बरसात की घड़ी दो घड़ी, प्यार की सौगात की घड़ी दो घड़ी। ये हसीँ बरसात की घड़ी दो घड़ी, प्यार की सौगात की घड़ी दो घड़ी।
सब फ्रेंडस मेरे मिल गए हल्ला करते करते हम स्कूल पहुँच गए। सब फ्रेंडस मेरे मिल गए हल्ला करते करते हम स्कूल पहुँच गए।
खामखां परेशां न हो जाया कर तू बरसात के महीने में, खामखां परेशां न हो जाया कर तू बरसात के महीने में,
तुम्हारी यादों में पसरा सन्नाटा झींगुर का झीं- झीं हैं ढेर सारा। तुम्हारी यादों में पसरा सन्नाटा झींगुर का झीं- झीं हैं ढेर सारा।
आज हो गई वह पूरी अब तक जो अड़ी थी। आज हो गई वह पूरी अब तक जो अड़ी थी।
पति को भी नारी की क्षमताओं पर, भरोसा अटूट होता है। पति को भी नारी की क्षमताओं पर, भरोसा अटूट होता है।